दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 30 अप्रैल
हरियाणा के उन युवाओं के लिए अच्छी खबर है, जो खुद का उद्यम या स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं। ऐसे युवाओं को सरकार रियायती दरों पर स्पेस (जगह) उपलब्ध करवाएगी। इसके लिए प्रदेश में इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पहले तीन शहरों– गुरुग्राम, मानेसर और फरीदाबाद में यह सुविधा मिलेगी। हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) ने इसके लिए जगह चिह्नित कर ली है। अधिकारियों द्वारा जल्द ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के सामने इनक्यूबेशन सेंटर का पूरा ड्राफ्ट रखा जाएगा। मुख्यमंत्री की मंजूरी मिलने के बाद इन पर काम शुरू हो जाएगा। तीनों शहरों में ये प्रोजेक्ट अगर कामयाब होते हैं तो फिर सोनीपत, पानीपत सहित अन्य औद्योगिक शहरों में भी युवाओं को यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। नायब सरकार ने अपने बजट में इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित करने की घोषणा की थी।
इनक्यूबेशन सेंटर में युवाओं को कई सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। ये पूरी तरह से वातानुकूलित और आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। पर्सनल स्पेस, कॉमन स्पेस, कॉमन लैब व मीटिंग रूम के अलावा वाईफाई की सुविधा भी इन सेंटर्स में होगी। अपना खुद का व्यवसाय करने या स्टार्टअप शुरू करने वाले युवाओं के सामने शुरुआती दौर में जगह की ही सबसे बड़ी समस्या आती है। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा भी कई जगहों पर ‘अटल इनक्यूबेशन सेंटर’ स्थापित किए गए हैं।
कई प्राइवेट कंपनियों द्वारा भी यह सुविधा दी जा रही है। हरियाणा में ये अपनी तरह के पहले सेंटर होंगे। शुरुआती चरण में गुरुग्राम, फरीदाबाद और मानेसर को इसलिए चुना गया है, क्योंकि यहां सबसे अधिक मल्टीनेशनल कंपनियों के मुख्यालय हैं। ये तीनों ही प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र भी हैं।
टेक्निकल स्पोर्ट भी मिलेगी
इनक्यूबेशन सेंटर्स में युवाओं को टेक्निकल स्पोर्ट भी सरकार मुहैया कराएगी। कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए ट्रेंड टीम के साथ-साथ युवाओं के लिए सलाह, मार्गदर्शन और विशेषज्ञों के सहयोग का भी प्रबंध होगा। अगर युवा चाहेंगे तो सरकार द्वारा यहां नियुक्त किए जाने वाले प्रोफेशनल लोगों से मदद भी ले सकेंगे। सरकार का मुख्य मकसद युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ाना है।
2000 करोड़ का फंड
नायब सरकार ने स्टार्टअप में निवेश बढ़ाने के लिए ‘फंड ऑफ फंड्स’ बनाने का भी निर्णय लिया है। इसके तहत सरकार 2000 करोड़ रुपये का फंड जुटाएगी। इसमें सरकार का भी शेयर होगा और प्रदेश के विभिन्न निजी निवेशकों को इस फंड में भागीदार बनाने के लिए जागरूक व प्रेरित किया जाएगा। इस फंड को स्टार्टअप में निवेश करने की प्लानिंग है ताकि बड़ी कंपनियों को नये चेहरे और प्रोजेक्ट मिल सकें और स्टार्टअप शुरू करने वाले युवाओं को प्लेटफार्म उपलब्ध हो सके।
- गुरुग्राम, फरीदाबाद और मानेसर में जगह चिह्नित
- आधुनिक सुविधाओं से होंगे लैस
- कार्यालय स्थान के साथ कॉमन लैब और मीटिंग रूम की होगी सुविधा
- युवाओं को सलाह, मार्गदर्शन और विशेषज्ञों का सहयोग भी मिलेगा