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कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल खदरी ने छोड़ा पद

चंडीगढ़, 15 मार्च (ट्रिन्यू) प्रदेश में मुख्यमंत्री बदलते ही हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उनका कार्यकाल 23 मार्च तक था लेकिन सरकार की ओर से कार्यकाल...
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चंडीगढ़, 15 मार्च (ट्रिन्यू)

प्रदेश में मुख्यमंत्री बदलते ही हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उनका कार्यकाल 23 मार्च तक था लेकिन सरकार की ओर से कार्यकाल बढ़ाने जाने की भी उम्मीद थी। इसका इंतजार किए बना खदरी ने आयोग चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने से पहले उन्होंने स्वीकार किया कि कोर्ट में भर्तियों को लेकर चल रहे केस में आयोग सही से वकालत नहीं कर पाया। खदरी की गिनती पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नजदीकियों में होती है। 21 मार्च, 2021 को उन्हें आयोग का चेयरमैन नियुक्त किया था। इससे पहले वे आयोग में बतौर सदस्य सेवाएं दे रहे थे।

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शुक्रवार को खदरी ने सरकार को अपना इस्तीफा भेज दिया है। भोपाल सिंह यमुनानगर के खदरी गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर गांव के सरपंच से शुरू किया है। सरपंच रहते ही उन्हें आयोग का सदस्य बनाया गया था। इसके बाद उन्हें मेंबर से चेयरमैन बनाए गया था। खदरी के इस्तीफे को हरियाणा में सत्ता परिवर्तन के रूप में भी देखा जा रहा है। इससे पहले वह अंबाला के पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री स्व़ रतनलाल कटारिया के निजी सचिव भी रह चुके हैं।

भाजपा द्वारा कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया को टिकट दिए जाने के बाद यह माना जा रहा है कि अब वे कटारिया की पत्नी के साथ काम करेंगे। इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बातचीत में खदरी ने कहा कि उनका कार्यकाल बढ़ेगा या नहीं यह तो सरकार पर निर्भर करता है लेकिन आज उन्होंने अपने पद से इस्तीफा मुख्यमंत्री नायब सैनी तथा मुख्य सचिव संजीव कौशल को भेज दिया है। खदरी ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान आयोग ने अलग-अलग विभागों में 45 हजार पदों पर भर्तियां की हैं।

परिणाम जारी न करने का मलाल ...

खदरी ने कहा कि कोर्ट में केस लंबित होने के कारण टीजीटी और ग्रुप नंबर 56 व 57 का परिणाम जारी नहीं कर पाए इसका उन्हें मलाल है। खदरी ने स्वीकार किया कि आयोग अदालत में अपना पक्ष सही तरीके से नहीं रख पाया। जिस कारण यह भर्तियां अटकी हुई हैं। कार्यभार छोड़ने से पहले खदरी ने कहा कि वह अपना एक माह का वेतन दर्जा चार कर्मचारियों तथा गोपनीय शाखा के कर्मचारियों को दान किया है। गोपनीय शाखा के कर्मचारियों ने देररात तक उनके साथ बैठकर यहां काम किया है और समय पर परीक्षाओं का सफल संचालन करवाया है।

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