करनाल, 9 नवंबर (हप्र)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ हुई बैठक से निराश होकर लौटे सर्व कर्मचारी संघ के वरिष्ठ नेतृत्व ने मांगों को लेकर 12 दिसंबर को जिला मुख्यालयों पर हल्ला बोल प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। शिष्टमंडल ने प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा के नेतृत्व में मंगलवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री से मुलाकात की और विभिन्न विभागों से बर्खास्त एवं छंटनी ग्रस्त शिक्षकों व कर्मियों की सेवा बहाली की मांग की। लांबा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सेवा बहाली का ठोस आश्वासन देने की बजाय अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक कदम उठाने की बात कह कर मामले को टाल दिया। उन्होंने कहा कि संघ हरियाणा में छंटनी ग्रस्त कर्मचारियों की सेवा बहाली, कच्चे कर्मियों को पक्का करने, पक्का होने तक समान काम समान वेतन व सेवा सुरक्षा प्रदान करने, पुरानी पेंशन बहाली, लिपिक को पे-मैट्रिक्स लेवल-6 में 35400 वेतनमान देने, निजीकरण और ठेका प्रथा को खत्म कर खाली पड़े पदों को भरने आदि मांगों को लेकर 12 दिसंबर को जिला मुख्यालयों पर हल्ला बोल प्रदर्शन करेगा।
मुख्यमंत्री से मिले शिष्टमंडल में प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा के अलावा महासचिव सतीश सेठी, शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति हरियाणा से संतोष चपराना, कला अध्यापक संघ हरियाणा के प्रधान पवन खनोदा, आॅल हरियाणा आईटीआई ठेका कर्मचारी यूनियन की राज्य प्रधान अनीता, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड से कृष्ण कुमार व स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन से सुमित ऋषि शामिल थे। उन्होंने बताया कि सर्व कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री के सामने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नौकरी से बर्खास्त किए गए 1983 पीटीआई, 816 ड्राइंग टीचर व 1518 ग्रुप डी खेल कोटे के कर्मचारियों को एडजस्ट करने की मांग को प्रमुखता से उठाया।