चंडीगढ़, 21 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर की सार्वजनिक तौर पर की गई तारीफ के बाद राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर पूर्णविराम लग गया है। उत्तराखंड व गुजरात में भाजपा मुख्यमंत्रियों के बदलने जाने के बाद और भी कई भाजपा शासित राज्यों में इसी तरह के बदलाव के कयास थे। हरियाणा भी इन चर्चाओं से अछूता नहीं था। पीएम की मुहर के बाद अब बदलाव की चर्चा ही नहीं थमेगी, बल्कि सीएम का भी मनोबल बढ़ेगा। दूसरी ओर, भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभार विनोद तावड़े ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐलनाबाद उपचुनाव के नतीजों के बाद हरियाणा मंत्रिमंडल में बदलाव संभव है। मंत्रियों की के आधार पर कैबिनेट में फेरबदल होगा। दरअसल, उत्तराखंड में भाजपा ने दो बार मुख्यमंत्री बदले। इसके बाद गुजरात के सीएम को भी बदल दिया गया। हरियाणा के मुख्यमंत्री को लेकर भी चर्चा का दौर शुरू हुआ। पिछले कुछ माह से सीएम के दिल्ली दौरे भी बढ़े हुए थे। इन्हें भी इसी से जोड़कर देखा जाने लगा था। बृहस्पतिवार को झज्जर के बाढ़सा स्थित नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट परिसर में नवनिर्मित इंफोसिस फाउंडेशन विश्राम सदन का रिमोट के जरिये उदघाटन करने के बाद पीएम ने सीएम मनोहर लाल खट्टर की पीठ थपथपाई। उन्होंने यह कहकर कि मैं लंबे वक्त तक मनोहर लाल के साथ रहा हूं, सीएम के कद को और बढ़ा दिया है।
भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी विनोद तावड़े ने भी इस पर मुहर लगाई है। चंडीगढ़ में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत के दौरान जब उनसे उत्तरांखड व गुजरात पैटर्न को हरियाणा में लागू करने से जुड़ा सवाल किया तो तावड़े बोले, ‘जब पीएम ने ही स्पष्ट कर दिया तो अब बदलाव का सवाल ही पैदा नहीं होता।’ ऐसे में स्पष्ट है कि पीएम की ताजा प्रशंसा और टिप्पणी के बाद जहां सीएम का मनोबल बढ़ेगा।
केंद्र अपना चुका है राज्य की कई योजनाएं
हरियाणा सरकार ने कई ऐसे नये प्रयोग किए हैं, जिनकी तारीफ केंद्र ने की है। प्रदेश की कई ऐसी योजनाएं हैं तो दूसरे राज्यों ही नहीं, केंद्र ने भी लागू की हैं। शिक्षकों के ऑनलाइन ट्रांसफर करने वाला हरियाणा पहला राज्य बना। इसे कई राज्यों ने लागू किया। गांवों को लालडोरा मुक्त करने की हरियाणा की योजना केंद्र को पसंद आई तो पीएम ने इसे पूरे देश में ‘स्वामित्व’ के नाम से लागू किया। सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘परिवार पहचान-पत्र’ को भी केंद्र कई राज्यों में लागू करने के निर्देश दे चुका है। मेरी फसल-मेरा ब्योरा, मेरा पानी-मेरी विरासत, ई-मंडी, ई-गिरदावरी, ई-ऑफिस सहित कई ऐसे नये प्रयोग हैं, जिन्हें लेकर शाबासी मिली है।
कैबिनेट में हो सकता है बदलाव
भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी विनोद तावड़े ने स्वीकार किया है कि राज्य मंत्रिमंडल में बदलाव होगा। ऐलनाबाद उपचुनाव के बाद बदलाव और विस्तार संभव है। अनौपचारिक बातचीत में तावड़े ने कहा, मंत्रियों की परफोरमेंस जांची जाएगी और इसी आधार पर बदलाव होगा। उन्होंने कहा, इस बाबत मेरी और सीएम की पीएम के साथ भी चर्चा हुई है। तावड़े ने कहा कि 2019 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को राज्य में 37 प्रतिशत वोट मिले थे। 2024 तक इसे बढ़ाकर 55 प्रतिशत तक लेकर जाने की प्लानिंग है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि मजबूत विपक्ष हो लेकिन प्रदेश में विपक्ष है ही नहीं।