क्रेसंट स्कूल में गुरु तेग बहादुर के बलिदान दिवस पर विशेष प्रार्थना सभा
क्रेसंट पब्लिक स्कूल में संयुक्त सभा के रूप में धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा, साहस एवं आत्मत्याग, थीम के साथ गुरु तेग बहादुर का बलिदान दिवस अत्यंत श्रद्धा के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का संचालन कंगना, परिणीति, कियान एवं माधव...
क्रेसंट पब्लिक स्कूल में संयुक्त सभा के रूप में धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा, साहस एवं आत्मत्याग, थीम के साथ गुरु तेग बहादुर का बलिदान दिवस अत्यंत श्रद्धा के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का संचालन कंगना, परिणीति, कियान एवं माधव ने किया। इसमें विद्यार्थियों द्वारा हे राम, हे राम धुन गाई गई। वरिष्ठ एवं प्राथमिक दोनों वर्गों के विद्यार्थियों ने मिलकर गुरु जी के जीवन, त्याग एवं बलिदान पर आधारित प्रस्तुतियां दीं। मानव, नक्श, राघव, युवराज व आयुष ने गुरु तेग बहादुर के वीरतापूर्ण जीवन प्रसंगों को साझा किया। हरमन ने पंजाबी कविता दशमेश पिता दे पिता प्यारे, धरम दी खातिर जान वारे तथा कनिष्क व प्रतीक ने हिंदी कविता धर्म की रक्षा का लिया प्रण, डिगा नहीं उनका पवित्र मन के माध्यम से गुरु जी के संदेशों एवं मानवीय मूल्यों को प्रभावशाली रूप में व्यक्त किया। हर्षिका, दिव्यांशु व तेजस ने अपने व्याख्यानों के माध्यम से बताया कि किस प्रकार गुरु तेग बहादुर मानवता एवं धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा करते हुए हिंद की चादर कहलाए। प्राथमिक विंग के नन्हे-मुन्ने हरसिमरत, रूहानी, जैसविन ने अपनी मोरल वैल्यूज़ के द्वारा बताया कि महान कार्य छोटे-छोटे कार्यों से बने होते हैं। क्षितिज, मुखिल व अंश ने बताया कि गुरु तेग बहादुर ने स्वतंत्रता, धर्म और अंतरात्मा की शुचिता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया। प्रधानाचार्या रितु सिंधु ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु तेग बहादुर का बलिदान इतिहास में अद्वितीय है एवं उनका जीवन सच्चाई, साहस, मानवता तथा धार्मिक सद्भाव की परम मिसाल है।

