हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ए़ श्रीनिवास ने कहा है कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत प्रदेश में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान चलाया जा रहा है। इस संबंध में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे समयबद्ध तरीके से कार्य करें और निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें।वे सोमवार को यहां आयोजित बैठक में बोल रहे थे।मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जहां-जहां बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) के पद खाली हैं, वहां तुरंत नियुक्तियां की जाएं और उन्हें पहचान पत्र उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि इससे मतदाता सूची तैयार करने में कोई बाधा नहीं आएगी। साथ ही, एसआईआर से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। ए़ श्रीनिवास ने बताया कि सभी बीएलओ प्रत्येक मतदाता के घर जाकर गणना प्रपत्र भरवाएंगे।इसके लिए दो प्रतियां दी जाएंगी। एक मतदाता के पास रहेगी और दूसरी बीएलओ के पास सुरक्षित रहेगी, जिससे नई मतदाता सूची तैयार की जा सके। निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिए हैं कि बीएलओ वर्तमान मतदाता सूची का वर्ष 2002 की मतदाता सूची से 20 अक्टूबर तक मिलान करेंगे। यदि किसी मतदाता का नाम दोनों सूचियों में दर्ज है तो उन्हें किसी भी दस्तावेज़ की आवश्यकता नहीं होगी।1200 से अधिक मतदाता तो बनेगा नया केंद्रमुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान केंद्रों का युक्तिकरण भी किया जाएगा। एक केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाता ही होंगे। यदि संख्या इससे अधिक है तो नया मतदान केंद्र बनाया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि जिलों में समय-समय पर राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें आयोजित की जाएं और बूथ लेवल एजेंटों की सूची प्राप्त की जाए। साथ ही, गणना प्रपत्रों की छपाई और समय पर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।मतदाताओं से भी सहयोग की अपीलमुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि वर्ष 2002 और वर्ष 2024 की अंतिम प्रकाशित मतदाता सूचियां विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। उन्होंने सभी पंजीकृत मतदाताओं, नवयुवकों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से अपील की कि वे एसआईआर में सक्रिय सहयोग दें, ताकि राज्य की मतदाता सूची पूरी तरह त्रुटिरहित बनाई जा सके।