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मुआवजे के लिए विशेष गिरदावरी की गुहार

बाढ़ से बर्बाद हो गयी थी फसल, पानीपत में गांव राणा माजरा के किसानों ने की पंचायत
फतेहाबाद में शुक्रवार को ट्रैक्टरों पर प्रदर्शन करते किसान। -हप्र
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पानीपत,18 अगस्त (निस)

यमुना से सटे गांव राणा माजरा के किसानों ने शुक्रवार को यमुना तटबंध के पास खेतों में पंचायत की और सरकार व जिला प्रशासन से बाढ से खराब हुई उनकी फसलों की विशेष गिरदावरी करवा कर मुआवजा देने की मांग की।

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पंचायत में खुर्शीद अहमद, गुल्लू चौहान, नौसाद ठेकेदार, इसराइल, मनवर व सलीम ने कहा कि यमुना में बाढ़ से उनकी यमुना तटबंध के अंदर की सारी फसल बर्बाद हो गई लेकिन प्रशासन ने आज तक भी स्पेशल गिरदावरी नहीं करवाई गई। किसानों का आरोप है कि यूपी की तरफ खनन करने वाले ठेकेदार ने बारिश के मौसम से पहले यमुना की जलधारा को रेत के टीले लगाकर हरियाणा की तरफ कर दिया था, इसलिये यमुना जोकि पहले गांव के तटबंध से एक किमी दूर बहती थी वह अब तटबंध के पास तक पहुंच चुकी है। इससे अब यमुना में यदि ज्यादा पानी आ जाता है तो तटबंध टूटने का भय बना हुआ है और तटबंध टूटा तो उनका सारा गांव पानी में डूब जाएगा। इसलिये सरकार से मांग है कि उनके गांव के पास यमुना तटबंध पर पत्थरों की ठोकरें लगाकर उसको मजबूत किया जाये। किसानों ने कहा कि बारिश का मौसम समाप्त होने के बाद यूपी की तरफ रेत खनन नहीं होने दिया जाये और यमुना के पानी से उनकी करीब 200 एकड़ भूमि में कटाव होकर बर्बाद हो गई है, सरकार द्वारा उसका भी मुआवजा दिया जाये। इस बारे में बापौली के नायब तहसीलदार कैलाश चंद्र ने बताया कि पोर्टल पर 164 किसानों ने अभी तक 786 एकड़ बर्बाद हुई फसल का ब्यौरा अपलोड किया है। जिन किसानों ने पोर्टल पर ब्यौरा दर्ज करवाया है, उनका एक सप्ताह में निरीक्षण किया जाएगा। उसी के अनुसार किसानों को मुआवजा मिलेगा। नायब तहसीलदार ने कहा कि उनकी टीम ने सरकार की रेत बेचने की योजना वाली स्कीम को लेकर कई गांवों का दौरा किया लेकिन किसी भी किसान ने रेत बेचने की योजना को स्वीकार नहीं किया है। राणा माजरा के किसानों की मांग पर उन्होंने कहा कि यमुना तटबंध के अंदर की बर्बाद फसल का मुआवजा नहीं दिया जाता है।

ट्रैक्टर मार्च निकाला, लगाया पक्का मोर्चा

फतेहाबाद (हप्र) :  किसानों ने अपनी मांगों के समर्थन में शुक्रवार को लघु सचिवालय में पक्का मोर्चा लगा दिया है और बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग को लेकर किसानों ने 15 दिन पहले पक्का मोर्चा लगाने की चेतावनी दी थी। किसान संगठन पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के बैनर तले जिलेभर से किसान अपने ट्रैक्टर ट्राली लेकर लेकर अनाजमंडी में एकत्र हुए और लघु सचिवालय तक ट्रैक्टर मार्च निकाला। जिसके चलते अनाजमंडी से लेकर लघु सचिवालय तक एक तरफ हाईवे पर ट्रैक्टर नजर आए और एक लेन जाम हो गया। किसान डीसी कार्यालय के बाहर पहुंचे और नारेबाजी करते हुए वहीं धरना दिया। संगठन के संरक्षक मनदीप नथवान ने बताया कि एक तरफ बाढ़ के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई, मकान क्षतिग्रस्त हो गए लेकिन सरकार किसानों के जख्मों पर मरहम लगाने की बजाए, उन्हें मुआवजा देने की बजाए पोर्टल पोर्टल खेलने में व्यस्त है। किसानों ने कहा कि उनकी 21 सूत्रीय मांगे हैं, इन्हीं मांगों को लेकर वे आंदोलनरत हैं। अपनी मांगों को लेकर आज फतेहाबाद मुख्यालय पर वे पक्का मोर्चा खोल रहे हैं। जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक वे यहां से नहीं उठेंगे।

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