जितेंद्र अग्रवाल/सुभाष चौहान/हप्र/निस
अम्बाला शहर, 12 अगस्त
गृह मंत्री अनिल विज का काफिला रोकने, अपशब्द कहने व पत्थर फेंक कर पुलिस गाड़ी क्षतिग्रस्त करने के आरोप में पड़ाव थाना में कई किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वहीं, किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में बृहस्पतिवार को हजारों की तादाद में किसान एसपी आॅफिस का घेराव करने पहुंच गए। कई घंटे यहां पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव की स्थिति बनी रही। भाकियू के जिला उपाध्यक्ष गुलाब सिंह का कहना है कि वे देर रात गिरफ्तार हुए किसानों की रिहाई की मांग को लेकर प्रशासन से बातचीत करने के लिए आये हैं। जब तक रिहाई नहीं हो जाती, धरने से नहीं हिलेंगे। भाकियू ब्लाक-1 के प्रधान सुखजिंद्र सिंह जलबेड़ा ने दावा किया कि जिन दो किसानों नवदीप जलबेड़ा व अमन मछौंडा को गिरफ्तार किया है, वह रात मौके पर थे ही नहीं।
उधर, युवा किसान नेता नवदीप जलबेड़ा को पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।
किसानों की गाड़ियों से तलवारें बरामद
छावनी में पुलिस ने किसानों की गाड़ियों से तलवारें बरामद करके शांतिपूर्वक प्रदर्शन को लेकर किसानों की मंशा पर सवालिया निशान खड़े कर दिए। इसी बीच कुछ की गिरफ्तारी तो कुछ को हिरासत में लिए जाने का पता चलते ही टोल प्लाजा पर एकत्र हुए किसान नारेबाजी करते हुए पुलिस लाइन आ पहुंचे लेकिन उन्हें शौर्य चौक पर ही बेरीकेड्स लगाकर रोक दिया गया।
बैठक के बाद छाेड़े किसान
अम्बाला शहर के एसडीएम हितेश मीना ने बताया कि किसानों को गिरफ्तार करना प्रशासन का मकसद नहीं है। किसानों से बातचीत करके मामले को सुलझाया जायेगा। डीएसपी हेडक्वार्टर सुलतान सिंह व एसडीएम की किसान नेताओं की वार्ता के बाद शाम को सारे मामले का पटाक्षेप हो गया। पुलिस प्रशासन और किसानों में हुई बैठक में पुलिस ने सभी किसानों को छोड़ने का फैसला लिया। बताया जा रहा है कि हिरासत में रखे गए किसानों को पुलिस अदालत की ओर ले गई लेकिन बाद में बिना अदालत में पेश किए पुलिस लाइन लाकर छोड़ दिया गया।
थाने के बाहर इकट्ठे हुए भाजपाई
किसानों के खिलाफ कैंट भाजपा भी सड़क पर आ गई। भारी तादाद में कार्यकर्ताओं ने पड़ाव थाने का घेराव कर दिया। भाजपाइयों ने पुलिस पर दबाव बनाया कि किसानों के खिलाफ सख्त एक्शन होना चाहिये। इस दौरान विज जिंदाबाद के नारे लगे। नेताओं का कहना था कि किसान कांग्रेसी थे इसलिए यह ड्रामा हुआ।
किसानों के रवैये से अनिल विज नाराज
गृह मंत्री विज किसानों के रवैये से खासे नाराज दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि ये किसान नहीं बल्कि किसी दल से जुड़े लोग हो सकते हैं। किसान आंदोलन कर सकते हैं लेकिन कानून से खिलवाड़ सहन नहीं होगा।