रामकुमार तुसीर/निस
सफीदों, 11 जुलाई
हरियाणा स्टेट वेयरहाउसिंग कारपोरेशन के एक गोदाम में भंडारित केंद्रीय पूल के सड़े गेहूं की छंटाई का काम चल रहा है। बता दें कि एक अप्रैल को सफीदों में तबादला होकर आए प्रबन्धक जगदीश चंद ने इस गोदाम के स्टॉक को टेक-ओवर करने से मना करते हुए गेहूं की गुणवत्ता पर बड़ा सवाल उठाया था। निगम से जुड़े रहे दो आईएएस अधिकारियों अशोक खेमका-संजीव वर्मा के विवाद में हाल ही में उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। जगदीश का अनुमान है कि इस गोदाम में 4 करोड़ का गेहूं सड़ गया है। जगदीश के चले जाने के बाद गोदाम कीपर मंजू के पास है। सोमवार को मंजू ने बताया कि गोदाम में 8 चैंबर हैं। गेहूं की छंटाई का काम चल रहा है औऱ इसमें लम्बा समय लगेगा। सूत्रों के अनुसार छंटाई के बाद डैमेज गेहूं को नीलामी प्रक्रिया में रखा जाएगा। एफसीआई के जिला प्रबंधक केशव मीना का कहना है कि मामला उनकी जानकारी में है। इस गोदाम के गेहूं की कमजोर गुणवत्ता को गम्भीरता से लेते हुए उन्होंने वेयरहाउसिंग कारपोरेशन स्टाफ को निर्देश दिया है कि वे स्टॉक की अच्छे से छंटाई करें और केवल साफ गेहूं ही जन वितरण प्रणाली के लिए जारी करें। डैमेज गेहूं के लिए केंद्रीय पूल में कोई जगह नहीं है।
भंडार की होगी नीलामी
सफीदों में धर्मगढ़ गांव की लिंक रोड के साथ बने हैफेड द्वारा भंडारित करोड़ों का गेहूं भी मानव उपभोग के अयोग्य है। हैफेड के सहायक महाप्रबंधक अशोक तायल ने सोमवार को बताया कि दो पलिन्थों का 20 हजार बोरी गेहूं नीलामी प्रक्रिया की प्रोसेस में है और नीलामी कार्यक्रम निर्धारण के लिए केस मुख्यालय के पास विचाराधीन है।