यमुनानगर, 4 मार्च (हप्र)
आशा वर्कर्स यूनियन संबंधित सीआईटीयू के कर्मचारी बृहस्पतिवार को ट्रामा सेंटर के सामने आशा वर्कर राजेश की अध्यक्षता में इकट्ठी हुईं और सरकार द्वारा उनकी मांगों को लागू न करने के विरोध में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उसके बाद सभी आशा वर्कर नारेबाजी करती हुई सीएमओ के दफ्तर तक गईं और मुख्यमंत्री के नाम अपनी 12 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सीएमओ को दिया। कार्यक्रम का संचालन सीटू जिला सचिव रामकुमार काम्बोज द्वारा किया गया। इस मौके पर कर्मचारियों को सम्बोधित करने आए मुख्य वक्ता राज्य उपप्रधान अनिता देवी ने आशा वर्कर को बताया कि कोविड -19 महामारी के दौरान बिना जीवन सुरक्षा उपकरणों के घर-घर जाकर जनता की सेवा करके उनकी जान बचाने का कार्य किया। सरकार द्वारा उनको सम्मानित करने के बजाय उल्टा क्वालिफिकेशन के नाम पर उनकी छंटनी करने की कोशिश की जा रही है। इस अवसर पर एसकेएस जिला सचिव राजपाल सांगवान, रिटायर्ड कर्मचारी नेता विनोद त्यागी, रोशन लाल, आशा वर्कर पूनम शर्मा, सुनीता, मालती ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
काटे गये वेतन का तुरंत हो भुगतान
सिरसा (निस) : आशा वर्कर्स यूनियन, हरियाणा की सिरसा ईकाई ने डिप्टी सीएमओ डा. प्रमोद शर्मा को एक ज्ञापन जिला प्रधान कलावती माखोसरानी व जिला सचिव सिलोचना की अध्यक्षता में सौंपा। जिला प्रधान ने बताया कि अगस्त माह में वेतन बढ़ोत्तरी को लेकर आशाओं ने धरना लगाकर आंदोलन किया था, जोकि दो माह तक चला था। कोविर्ड-19 के दौरान भी आशाओं ने अपनी ड्यूटी वेतन न मिलने के बावजूद जान जोखिम में डालकर भलीभांति की, लेकिन बावजूद इसके विभाग की ओर से वेतन बढ़ाने की बजाय काट लिया गया, जोकि आशाओं के साथ अन्याय है। उन्होंने बताया कि कुछ आशा वर्कर्स तो ऐसी हैं, जिनका गुजारा ही वेतन से चलता है, ऐसे में वेतन काटने से उनके सामने परिवार की गुजर बसर की भी समस्या खड़ी हो गई है। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि जिन आशाओं का वेतन काटा गया है, उनका वेतन तुरंत प्रभाव से जारी किया जाए।
प्रदर्शन कर सौंपा सीएमओ को मांगपत्र
पानीपत (एस) : आशा वर्करों ने बृहस्पतिवार को सिविल अस्पताल में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और उसके उपरांत सीएमओ को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक के नाम अपना मांग पत्र सौंपा। प्रदर्शन को आशा वर्कर यूनियन की जिलाध्यक्ष सुमन, जिला सचिव सुशीला व पिंकी और सीटू के राज्य सुनील दत्त ने संबोधित किया। वहीं आशा वर्करों ने कोरोना वैक्सीनेशन के बाद संदिग्ध रूप से मरने वाली आशा वर्कर के लिए भी 50 लाख रूपये का मुआवजा देने की मांग की गई है।
प्रदर्शन करती पहुंचीं सीएमओ तक
कैथल (हप्र) : जवाहर पार्क में जिलेभर से आईं आशा वर्कर्ज ने सरकार पर जमकर भड़ास निकाली। इसके बाद शहर में प्रदर्शन करते हुए उन्होंने पुराने अस्पताल में सीएमओ अपनी मांगों का ज्ञापन भी दिया। आशा वर्कर्ज ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आशा वर्कर्ज यूनियन की जिला प्रधान सुषमा जाडौला, सचिव सर्वजीत कौर, गुहला की प्रधान चरणजीत कौर, पूंडरी की प्रधान सुमन कश्यप आदि ने कहा कि वर्ष 2018 में उनकी मांगों के लिए सरकार से समझौता हुआ था, परंतु वे मांगें अभी तक अधूरी हैं, उन्हें पूरा नहीं किया गया।