सोनीपत, 31 जुलाई (हप्र)
स्वास्थ्य विभाग की लगातार छापेमारी से भ्रूण लिंग जांच कराने वालों ने दूसरे राज्यों में ठिकाने बना लिए हैं। सोनीपत की स्वास्थ्य विभाग की टीम दूसरे राज्यों में पिछले साल चार और इस साल अब तक दो छापे मार चुकी है। शनिवार देर रात को विभाग की टीम ने दिल्ली में रेड कर दो महिलाओं को गिरफ्तार किया, लेकिन गिरोह की सरगना स्टाफ नर्स अपने घर को ताला लगाकर फरार हो गई। भ्रूण लिंग जांच का खेल चोरी-छिपे चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों के लगातार छापेमारी और कड़ी कार्रवाई के कारण अब इस धंधे से जुड़े दलालों ने दूसरे राज्यों में यह काम करने वालों से संपर्क बना लिए हैं। दलालों ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, बागपत, बडौत, लोनी, मेरठ, दिल्ली, राजस्थान के विभिन्न शहरों में इस काले धंधे से जुड़े डाक्टरों, नर्सों व अन्य लोगों से संबंध बना लिए हैं। ये दलाल मोटी फीस लेकर गर्भवतियों को शहर से दूर दूसरे शहरों में लेे जाते हैं। पूरा भरोसा होने के बाद ही अल्ट्रासाउंड कर भ्रूण का लिंग बताया जाता है।
कई दिन घुमाने के बाद कराते हैं अल्ट्रासाउंड : ये दलाल स्वास्थ्य विभाग का डर दिखाकर गर्भवती महिला से मोटी धनराशि ऐंठते हैं। इसके बाद दलाल गर्भवती को कई बार विभिन्न शहरों में अलग-अलग जगहों पर बुलाते हैं, ताकि उन्हें विश्वास हो जाए कि स्वास्थ्य विभाग की टीम पीछा तो नहीं कर रही है। कई शहरों में घुमाने के बाद वे गर्भवती को असली ठिकाने पर ले जाते हैं। इसके बाद भ्रूण लिंग जांच की जाती है। ये दलाल सीधे किसी भी ग्राहक को अटैंड नहीं करते। ये पुराने ग्राहकों के जरिये आने वालों विश्वसनीय लोगों को अटैंड करते हैं। बाहरी व नए लोगों से ये दलाल दूर ही रहते हैं। लिंग जांच के बाद परिणाम भी ये लोग कोडवर्ड में ही बताते हैं।
गांव गोरड़ बना मिसाल : जिले का गांव गोरड़ लिंगानुपात में मिसाल बना हुआ है। यहां पर स्वास्थ्य विभाग और ग्रामीणों की जागरूकता के कारण एक हजार लड़कों पर 1471 लड़कियां हैं। पिछले दिनों जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने गांव के पूर्व सरपंच, आशा, एएनएम और गांव की तीन मेधावी बेटियों सम्मानित किया था।
नोडल अधिकारी ने कहा
पीएनडीटी एक्ट के नोडल अधिकारी डॉ. स्वराज चौधरी ने कहा कि जिले के सभी अस्पतालों, डाक्टरोंं व अन्य को कड़ी चेतावनी दी गई है कि वे अवैध भ्रूण लिंग जांच से दूर रहें। विभाग की टीमों की छापामारी और कड़ी कार्रवाई से घबराकर इस धंधे से जुड़े दलालों ने दूसरे राज्यों का रुख करना शुरू कर दिया है।
स्टाफ नर्स के घर का दरवाजा गैस कटर से काटा
शनिवार रात को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग जांच कराने जा रही दो महिलाओं को दिल्ली में पकड़ा था। हरियाणा अस्पताल के कर्मचारी ने महिला को दिल्ली भेजा था। रेड का नेतृत्व कर रही उप सिविल सर्जन डा. स्वराज चौधरी ने बताया कि दिल्ली की आशा वर्कर सरिता और एएनएम मुकेश ने अनुसार रोहिणी के सेक्टर-20 की स्टाफ नर्स सीमा अपने घर पर भ्रूण लिंग जांच करती है। दोनों महिलाएं टीम को कई जगहों पर घुमाती रहीं। बाद में वे दोनों उन्हें लेकर रोहिणी सेक्टर-20 के पॉकेट एक के मकान में सीमा के घर पर पहुंची। जब तक सीमा घर को ताला लगाकर फरार हो चुकी थी। टीम ने गैस कटर से लोहे के दरवाजे को कटवाया तो अंदर से गर्भपात में काम आने वाले उपकरण व भारी मात्रा में दवाएं और एमटीपी किट बरामद हुईं। उन्होंने आशंका जताई कि आरोपित सीमा भ्रूण जांच में इस्तेमाल किए जाने वाला अल्ट्रासाउंट का मोबाइल सेटअप लेकर फरार हो गई।अब दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है।