दादरी, हिसार व यमुनानगर में तैयार होंगे सैनिक!
चंडीगढ़, 17 मार्च
हरियाणा के युवाओं के डिफेंस में जाने का सपना साकार हो सकेगा। प्रदेश के युवाओं को सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें कोचिंग के साथ-साथ फिजिकल ट्रेनिंग भी शामिल होगी। प्रदेश के तीन जिलों - चरखी दादरी, हिसार व यमुनानगर में 'सशस्त्र बल तैयारी संस्थान' स्थापित किए जाएंगे। इन संस्थानों में हर वर्ष प्रदेश के 1000 छात्राओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है। संस्थानों की स्थापना में सरकार डिफेंस मंत्रालय का भी सहयोग लेगी।
वहीं दूसरी ओर, शहीद सैनिकों व अर्द्धसैनिक बलों के जवानों के बच्चों की पढ़ाई का प्रबंध करने के लिए छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत होगी। इसके अंतर्गत छठी कक्षा से 12वीं तक के विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष 60 हजार रुपये यानी 5 हजार रुपये मासिक छात्रवृत्ति मिलेगी। वहीं डिप्लोमा व स्नातक करने वाले विद्यार्थियों को सरकार की ओर से सालाना 72 हजार रुपये छात्रवृत्ति के रूप में दिए जाएंगे। स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को 96 हजार रुपये प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति दी जाएगी।
2000 सैनिकों को ट्रेनिंग
हरियाणा के पूर्व सैनिकों के लिए सरकार 'वीर उड़ान' योजना की शुरुआत करेगी। इसके तहत 2000 सैनिकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ट्रेनिंग के बाद उन्हें प्रमाणपत्र भी मिलेंगे। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सैनिकों को 50 हजार रुपये की एकमुश्त राशि भी मिलेगी। वहीं सैनिक व अर्द्ध-सैनिकों के लिए सरकार ने एक समर्पित हेल्पलाइन शुरू करने का भी निर्णय लिया है।
रेवाड़ी में सैनिक संग्रहालय
सरकार ने अहीरवाल की राजधानी रेवाड़ी में सैनिक संग्रहालय स्थापित करने का निर्णय लिया है। भारतीय सेनाओं में हर छठा सैनिक और दसवां अधिकारी हरियाणवी है। दक्षिण हरियाणा के जिलों के अलावा झज्जर, दादरी व भिवानी सहित कई जिलों में सैनिक की संख्या काफी अधिक है। इससे पहले सरकार शहीदों के आश्रितों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता को पचास लाख से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये कर चुकी है।
हिसार में डिफेंस कारखाना
हरियाणा एयरो-स्पेस एंड डिफेंस पॉलिसी-2020 के तहत नायब सरकार हिसार में डिफेंस संबंधित हथियारों व अन्य उपकरणों का कारखाना स्थापित करने की कोशिश करेगी। इसके लिए हिसार में 2 हजार 988 एकड़ जमीन भी चिह्नित की जा चुकी है। इसमें एयरोस्पेस डिफेंस के अलावा फूड प्रोसेसिंग, एयर-कारगाे, वेयरहाउस तथा टैक्सटाइल जैसी ओद्यौगिक इकाइयां भी स्थापित की जाएंगी।