हरेंद्र रापड़िया/निस
सोनीपत, 14 दिसंबर
किसानों के हटने के बाद जीटी रोड से अवरोधक हटाने व मरम्मत का काम युद्धस्तर पर जारी है। बुधवार को इसे यातायात के लिए खोला जा रहा है। मगर शुरुआत में कुंडली-सिंघु बॉर्डर से केवल छोटे वाहनों को गुजरने की अनुमति होगी।
डीसी ललित सिवाच ने मंगलवार को कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान प्रभावित हुए रास्ते खोलने के लिए चल रहे कामकाज का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सीमा में सड़कों से सभी अवरोधक हटा दिए गए हैं तथा 95 प्रतिशत सड़क गड्ढ़ों को भर दिया गया है। शेष 5 प्रतिशत गड्ढ़ों को आज रात ही भरवा दिया जाएगा।
उन्होंने उम्मीद जताई कि 15 दिसंबर, बुधवार को सुबह से कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर यातायात सुचारू ढंग से शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस मार्ग पर यातायात शुरू करते समय केवल छोटे वाहनों को ही आवागमन की अनुमति दी जाएगी। भारी वाहन अभी पहले की तरह वैकल्पिक मार्गों से गुजारे जाएंगे। बता दें कि पिछले एक साल तक कुंडली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन चला। इस दौरान हाईवे पर किसानों ने टैंट गाड़ दिए थे। आंदोलन खत्म होने के बाद हाईवे को दुरुस्त करने का काम शुरू किया गया। इस दौरान एसपी राहुल शर्मा और एनएचआईए के अधिकारी भी मौजूद रहे। बता दें कि हाईवे पर करीब 10 किलोमीटर तक गड्ढे बन गए थे। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने प्रदर्शन खत्म होते ही हाईवे की मरम्मत का काम शुरू कर दिया था। एनजीटी की निर्माण कार्यों में रोक की वजह से रोड पर तारकोल का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।