घरौंडा, 16 मई (निस)
हिसार में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में किसानों का गुस्सा फूट पड़ा है। किसानों ने बसताड़ा टोल प्लाजा को जाम कर दिया। किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों ने पुलिस की गाड़ी को रोककर भी प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
इतना ही नहीं गाड़ी को रोकने के लिए किसान पुलिस की गाड़ी के आगे ही लेट गए। किसानों के विरोध को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गया। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने वाहनों को दूसरे रास्तों पर डाइवर्ट कर दिया, जिसकी वजह से बसताड़ा टोल तक कोई वाहन ही नहीं पहुंचा और सड़कें खाली दिखाई दीं।
बसताड़ा टोल प्लाजा पर प्रदर्शन कर रहे किसान जगदीप सिंह औलख, हैप्पी औलख व अन्य का कहना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल हिसार में अस्थाई कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे थे,
किसान अपनी बात सीएम तक पहुंचाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने किसानों को उद्घाटनस्थल तक पहुंचने नहीं दिया।
इतना ही नहीं किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया, जिसकी वजह से कई किसान घायल हुए हैं। किसान दो घंटे तक बसताड़ा टोल जाम रखेंगे। इसके अलावा किसी भी इमरजेंसी वाहन को नहीं रोका जाएगा।
लाठीचार्ज बर्बरतापूर्ण कृत्य : किसान सभा
उकलाना मंडी (निस) : किसानों पर अपने हकों की बात उठाने पर राज्य सरकार के इशारे पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले दागना एक बर्बरतापूर्ण व कायरतापूर्ण कृत्य हैं। ये बात रविवार को अखिल भारतीय किसान सभा के सचिव दयानदं ढुकिया और अखिल भारतीय खेत मजूदर यूनियन के जिला सचिव का. मियां ने हिसार में रविवार को किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर संयुक्त रूप से कही। उन्होंने कहा कि किसानों की आवाज दबाने का तरीका अंग्रेजी शासन समय की याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि जो भी सरकार किसानों से टकराई है, वह औंधे मुंह गिरी है।
पानीपत टोल पर किसानों ने लगाया जाम
पानीपत (निस) : हिसार में रविवार को किसानों पर किये गये लाठीचार्ज के विरोध में पानीपत में जीटी रोड टोल प्लाजा पर किसानों व कई संगठनों ने रविवार को दोपहर बाद जाम लगाया। वहीं, भाकियू के जिला प्रधान कुलदीप बलाना ने कहा कि भाकियू व सभी किसान संगठन हिसार में पुलिस द्वारा किसानों पर किये गये लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हैं और सरकार को चेतावनी देते हैं कि किसानों के हितों के लिये भाकियू व किसानों का संघर्ष जारी रहेगा। वहीं, पूर्व जिला प्रधान जयकरण कादियान, मा. ईश्वर सिंह, रिशीपाल नांदल, सुरेंद्र बांगड़, अशोक, संजय, बिजेंद्र सिंह आदि ने कहा की किसान तीन काले कानूनों के विरोध में अपने हकों व हितों के लिये लड़ाई लड़ रहे हैं।
शिमला, खरक पांडवा के पास किया प्रदर्शन
कलायत (निस) : हिसार में मुख्यमंत्री के विरोध में पहुंचे किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में हिसार-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर उपमंडल के गांव खरक पांडवा व शिमला के पास किसानों द्वारा जाम लगा सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। किसानों ने लाठीचार्ज के विरोध में सांय 5 बजे से 7 बजे तक जाम लगा विरोध जताया। जाम लगा रहे किसानों का कहना था कि वैसे तो सरकार किसानों के इकट्ठे होने पर कोरोना फैलने का खतरा बताकर और इससे अलग तरह तरह के हथकंडे अपनाकर किसानों का आंदोलन खत्म कराने का प्रयास कर रही है। दूसरी तरफ नेता भीड़ इकट्ठी कर अलग-अलग जगह प्रोग्राम कर रहे हैं। रविवार को मुख्यमंत्री के प्रोग्राम के दौरान शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करवा बर्बरता की गई, जिसमें कई किसानों को गंभीर रूप से घायल कर दिया तथा महिलाओं को भी नहीं बख्शा। किसानों पर किसानों पर जो लाठीचार्ज किया गया है उससे किसानों के हौसले और बुलंद होंगे। जब तक काले तीनों कानून वापस नहीं होंगे तब तक उनका आंदोलन लगातार जारी रहेगा।
तितरम मोड़ पर किसानों ने रोका रास्ता
कैथल (हप्र) : हिसार जिले के शहर हांसी में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले किसानों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की यहां तमाम किसान संगठनों ने निंदा की है। लाठी चार्ज के विरोध में किसानोंं ने आज पांच बजे तितरम मोड़ पर हिसार चंडीगढ़ नेशनल हाइवे, जींद-कैथल राज्यमार्ग पर जाम लगा दिया। इसी के साथ गांव पाई व कलायत क्षेत्र में भी जाम लगा दिया। किसानों ने भाजपा सरकार और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस जाम में अनेक वाहन व राहगीर फंसे रहे। किसानोंं ने मेडिकल वाहन, आक्सीजन वाहन, एंबुलैंस आदि जरूरी वाहनों को नहीं रोका। किसानों का कहना है कि जब तक तीन कृषि कानून वापस नहीं होंगे, उनका आंदोलन और सरकार का विरोध जारी रहेगा। अपने संबोधन में किसान नेता जसविंद्र ढुल हरसोला, केसा प्यौदा, मंजीत करोड़ा, महेन्द्र सिंह, बिल्लु चंदाना, राममेहर सरपंच प्यौदा आदि ने कहा कि सरकार ने किसानों पर बर्बरता करके सारी हदें पार कर दी हैं। उधर, किसानों पर लाठीचार्ज व गोलीकांड के विरोध में पाई में किसानों ने पूंडरी राजौंद मार्ग पर दो घंटे तक जाम लगाया।
समर्थन में आये संगठन, पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री
टोहाना (निस) : मुख्यमंत्री के विरोध दौरान किसानों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले दागने व किसानों को हिरासत में लेने के लिए विरोध में राजनैतिक पार्टियों, किसान संगठन, व्यापारी संगठन, कर्मचारी संगठनों ने पुलिस की जबर का विरोध करते हुए निंदा की, किसान संघर्ष समिति, अखिल भारतीय किसान सभा, भकियू, पूर्व कृषि मंत्री परमवीर सिंह, पूर्व विधायक प्रह्लाद सिंह गिलाखेड़ा, पूर्व विधायक रतिया, पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया किसानों के सथर्मन में आ जाने से माहौल गरमा गया है। किसान नेता मनदीप नथवान, जगतार सिह व अन्य नेताओं द्वारा दिए गए बयान में आरोप है कि कोरोना महामारी से निपटने में असफल रही भाजपा सरकार लाकडाउन लगाकर धन्धा चौपट कर रही है। मनदीप का आरोप है कि भाजपा किसान संघर्ष को हिंसक रूप देने की कोशिश कर रही है। पूर्व विधायकों ने कहा कि सरकार व सहयोगियों में जनता में जाने की हिम्मत नहीं है। असफलताओं को छुपाने के लिए हिंसा का सहारा लिया जा रहा है। किसानों की मांग के मुद्दे उठाने के बजाय लाठी चलाकर जनता को डराने की पुलिस कोशिश कर रही है। हरियाणा व्यापार मंडल टोहाना ने लाठीचार्ज की निंदा के साथ बाजार खोलने के लिए रोष मार्च कर ज्ञाापन देने व दुकानें खोलने का समय देने की मांग की है।
किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में लगाया जाम
कुरुक्षेत्र (हप्र) : हिसार में किसानों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के विरोध में भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी के आह्वान पर किसानों ने कुरुक्षेत्र-कैथल मार्ग पर जाम लगाया, सरकार को जमकर कोसा, नारेबाजी की व रोष व्यक्त किया। इसके अलावा लाडवा तथा शाहाबाद में भी जाम लगाया गया। कुरुक्षेत्र में विश्वविद्यालय के तीसरे गेट के नजदीक लगाए गए जाम के कारण आने जाने वाले वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। सायं 5 से 7 बजे तक 2 घंटे के लिए लगाए गए जाम पर उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता अक्षय हथीरा ने हिसार में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां किसानों पर रबड़ की गोलियां भी चलाई गई। उन्होंने घोषणा की
कि कल सोमवार को दोपहर 11 बजे प्रदेश के सभी थानों का घेराव किया जाएगा।
किसानों ने हिसार-चंडीगढ़ हाईवे पर लगाया जाम
नरवाना (अस) : बद्दोवाल टोल पर धरना दे रहे किसानों ने रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विरोध करने के लिए हिसार पहुंचे किसानों पर पुलिस द्वारा किये गये लाठीचार्ज के विरोध में हिसार-चंडीगढ़ हाईवे पर जाम लगा दिया। किसानों ने हिसार जिला प्रशासन तथा सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष व्यक्त किया। किसानों ने बद्दोवाला टोल प्लाजा के अलावा दनौदा गांव में भी हाईवे पर जाम लगाया, जिसमें सैंकड़ों वाहन फंसे रहे।
लाठीचार्ज एवं आंसू गैस के गोले छोड़ने की तंवर ने की निंदा
सिरसा (निस) : अपना भारत मोर्चा के संयोजक एवं पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर ने रविवार को हिसार में किसानों पर हुए पथराव, लाठीचार्ज व आंसू गैस के गोले छोड़ने की कड़े शब्दों में निंदा की है। डॉ. तंवर ने कहा कि हरियाणा सरकार लंबे समय से संघर्षरत किसानों के आंदोलन को कुचलना चाहती है, परन्तु सरकार को ये नहीं भूलना चाहिए कि उसके ये मंसूबे कभी पूरे नहीं होने वाले। उन्होंने कहा कि जहां सरकार सभी को लॉकडाउन की दुहाई देकर घरों में रहने की बात कह रही है, वहीं सरकार व उसके नुमाइंदे अपनी राजनीति चमकाने के लिए भीड़ इकट्ठा कर रहे हैं।
भाकियू ने हाईवे जाम किया
मुस्तफाबाद (निस) : हिसार में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में गुरनाम सिंह चढ़ूनी के निर्देश पर भारतीय किसान यूनियन द्वारा हाईवे जाम किए गए। पंचकूला से कलानौर नेशनल हाईवे जाम किया गया।