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छठे राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ का आगाज़

हरियाणा में शनिवार को खेल भावना और युवा ऊर्जा का अद्भुत संगम देखने को मिला, जब पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में छठे राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ का भव्य आगाज़ हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने...
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पंचकूला के ताऊ देवी लाल खेल स्टेडियम में शनिवार को छठे राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सैनी, खेल मंत्री गौरव गौतम एवं अन्य गणमान्य। -हप्र
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हरियाणा में शनिवार को खेल भावना और युवा ऊर्जा का अद्भुत संगम देखने को मिला, जब पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में छठे राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ का भव्य आगाज़ हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कबड्डी मैच की शुरुआत कर खेल महाकुंभ का विधिवत शुभारंभ किया और प्रतिभागी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस वर्ष के खेल महाकुंभ में प्रदेश के 15,410 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, जो कुल 26 विभिन्न खेलों प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। यह खेल महाकुंभ केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि यह युवाओं के सपनों को उड़ान देने का एक सशक्त मंच है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से न केवल खिलाड़ियों को राज्य स्तर पर पहचान मिलती है, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए भी तैयार किया जाता है। उन्होंने कहा कि खेल महाकुम्भ की शुरुआत हरियाणा के स्वर्ण जयंती वर्ष 2017 में की गई थी। तब से अब तक पांच खेल महाकुम्भों का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2036 के ओलंपिक खेलों में भारत को एक खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है और इन खेलों की मेजबानी भारत में करवाने का संकल्प भी व्यक्त किया है। इस दिशा में हरियाणा पहले ही सक्रियता से कार्य कर रहा है और व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू कर चुका है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि वर्ष 2036 के ओलंपिक खेलों में हरियाणा के खिलाड़ी देश के लिए सर्वाधिक पदक जीतकर भारत को वैश्विक मंच पर गौरव दिलाएंगे।

उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों का ही परिणाम है कि आज हरियाणा को 'खेलों की नर्सरी' कहा जाता है। हमें खिलाड़ियों पर गर्व है, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। चाहे वे ओलंपिक खेल हों, एशियाई खेल हों या राष्ट्रमंडल खेल हों, हरियाणा के खिलाड़ियों ने हर मोर्चे पर तिरंगे को ऊंचा फहराया है। वहीं खेल तथा युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता राज्य मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि इस खेल महाकुंभ में प्रदेशभर से 15 हजार से अधिक खिलाड़ी 26 खेल विधाओं में भाग लेंगे, जो ‘खेलो इंडिया’ जैसे राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों से भी बड़ी भागीदारी है। उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का युवाओं की ओर से अभिनंदन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में सरकार खेलों को गाँव और ज़िला स्तर तक ले जाकर प्रतिभाओं को तराशने का कार्य कर रही है।

रामायण के बाल कांड के पंजाबी अनुवाद का विमोचन : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भगवान महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण के बाल कांड के पंजाबी अनुवाद का विमोचन किया। इसमें भगवान श्रीराम के बचपन की लीलाओं का वर्णन किया गया है। सैनी ने कहा कि वे सप्तसिंधु वाल्मीकि अध्ययन केंद्र और हरियाणा साहित्य व संस्कृति अकादमी का विशेष रूप से धन्यवाद करता हैं। इनके सरंक्षण में यह महान कार्य किया गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के उपाध्यक्ष डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री सहित संत व अन्य मौजूद रहे।

कौशल रोजगार निगम के तहत लगे कर्मचारी नहीं हटाए जाएंगे : सीएम

पंचकूला/चंडीगढ़, (हप्र/ट्रिन्यू) : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत कार्यरत किसी भी कर्मचारी को हटाया नहीं जाएगा। सरकार के लिए कर्मचारियों के हित सर्वोपरि हैं और उनके भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए सरकार ने अनेक कदम भी उठाए हैं। गत दिनों सीईटी परीक्षा का सफल आयोजन किया गया, जिसके माध्यम से योग्य युवाओं को विभिन्न सरकारी विभागों में स्थायी नौकरियां प्रदान की जाएंगी। मुख्यमंत्री शनिवार को पंचकूला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। गौरतलब है कि हरियाणा में मुख्य सचिव के हवाले से सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक पत्र से हंगामा मच गया। इस पत्र में एचकेआरएन के माध्यम से काम करने वाले पांच साल से कम अवधि वाले कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने की बात कही गई थी। यह पत्र जारी होते ही प्रदेश में कर्मचारी संगठन तथा विपक्षी दल आक्रामक हो गए। शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक के बाद देर रात मुख्य सचिव के हवाले से जारी किया गया एक पत्र वायरल हुआ। जिसमें दावा किया गया कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड में कार्यरत 5 साल कम अनुभव वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जाएगा। इसके बाद एचकेआरएन नई भर्तियां नहीं करेगी, बल्कि सभी विभाग एचएसएससी को अपनी मांग भेजेंगे और उसके माध्यम से ही नियुक्तियां की जाएंगी। इस पत्र में मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव साकेत कुमार तथा हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी के हस्ताक्षर थे। पत्र में निर्देश जारी किए गए कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को खाली पड़े स्वीकृत पदों पर नियमित भर्तियां करनी चाहिए। वहीं मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे ने भी स्पष्ट किया कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड में पांच साल से कम समय से कार्यरत कर्मचारियों को हटाने की कोई योजना नहीं है। विशेष रूप से महिला एवं बाल विकास विभाग के संदर्भ में सरकारी प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि विभाग में एचकेआरएन के कुछ अस्थायी कर्मचारियों, जो पांच वर्ष से कम समय से कार्यरत हैं, को हटाने के संबंध में अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।

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