Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

बहन का भाई को राखी पर उपहार किडनी दान कर दिया नया जीवन

राजेश शर्मा/हमारे प्रतिनिधि फरीदाबाद, 19 अगस्त फरीदाबाद में रक्षाबंधन से दो दिन पहले एक बहन ने भाई को राखी का अनमोल गिफ्ट दिया। असल में बहन ने भाई को अपनी किडनी दान कर दी। भाई किडनी खराब थी। वह 2023...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

राजेश शर्मा/हमारे प्रतिनिधि

फरीदाबाद, 19 अगस्त

Advertisement

फरीदाबाद में रक्षाबंधन से दो दिन पहले एक बहन ने भाई को राखी का अनमोल गिफ्ट दिया। असल में बहन ने भाई को अपनी किडनी दान कर दी। भाई किडनी खराब थी। वह 2023 से डायलिसिस पर था। बहन रूपा एनआईटी नंबर 5 की रहने वाली है।

Advertisement

भाई को किडनी देने वाली रूपा

भाई ललित कुमार ने बहन को कई बार मना किया, लेकिन बहन ने खुद आगे आकर भाई को अपनी किडनी दान की। रूपा दो बच्चों की मां है। उनके पति की मौत 25 साल पहले हो चुकी है। पति की मौत के बाद रूपा को भाई ने ही घर चलाने के लिए सहारा दिया था। ललित कुमार ने बताया कि जनवरी 2023 में उन्हें परेशानी शुरू हुई। जब उन्होंने जांच कराई तो पता चला कि किडनी खराब है। इसके बाद उनका डायलिसिस शुरू हो गया। जब उन्हें पता चला तो उन्होंने खुद से आगे आकर कहा कि भाई मैं किडनी देने के लिए तैयार हूं, लेकिन ललित कुमार मना करने के बाद भी बहन रूपा ने कुछ नहीं सुना। इस बार में बात करते हुए ललित की आंखों में आंसू आ गए और कहा कि जहां रक्षाबंधन पर भाई बहनों को उपहार देते हैं लेकिन बहन ने उन्हें किडनी देकर जीवन दान का उपहार दिया है वह अपनी बहन के इस अहसान को जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे।

भाई को मनाने में करनी पड़ी मशक्कत

ललित कुमार

रूपा ने बताया कि जैसे ही उसे पता चला कि उसके भाई की किडनी खराब हो गई है, उसने अगले ही दिन अपने भाई को अपनी किडनी देने का वादा किया और उसे निभाया भी। उसके दोनों बच्चे इस बात पर सहमत हो गए। वह अपने भाई को अपनी किडनी देकर बहुत खुश है। वह भगवान से प्रार्थना करती है कि उसका भाई सुरक्षित रहे और खुशहाल रहे। भाई के बच्चों ने भी उससे कहा कि बुआ एक बार फिर सोच लो, किडनी देना बहुत बड़ी बात है, लेकिन फिर भी मैंने कहा कि चूंकि मैंने वादा किया है, इसलिए मैं अपने भाई को अपनी किडनी जरूर दूंगी। रूपा के अनुसार अगर आप किसी की जान बचा सकते हैं तो आपको हिम्मत जुटाकर उसे बचाना चाहिए ताकि आपकी वजह से कोई जी सके। रूपा ने कहा कि वह बहुत खुश है। उसे खुशी है कि उसने अपने भाई की जान बचाई है। उसका भाई नहीं चाहता था कि उसकी वजह से उसकी बहन को जीवन में कोई परेशानी आए। रूपा से पूछा गया कि क्या उनके परिवार में किसी को इस बात पर आपत्ति है तो उन्होंने कहा कि मेरे पति का निधन हो चुका है। मेरे 2 बच्चे हैं, एक बेटा कनिष जो अब कपड़े की दुकान पर काम करता है, बेटी नेहा जिसकी शादी हो चुकी है।

Advertisement
×