हरेंद्र रापडिय़ा/निस
सोनीपत, 5 अगस्त
टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल की उम्मीद जागने वाले रवि दहिया की फाइनल में हार के बाद एकबारगी उनके पैतृक गांव नाहरी में सन्नाटा पसर गया, मगर अगले ही क्षण गांव सिल्वर मेडल की खुशी में जयकारों से गूंज उठा। फाइनल में हार पर उनके पिता राकेश दहिया बोले- खेल में हार-जीत होती रहती है। उनका बेटा इस बार रह गई कमियों को दूर करके अगली बार देश के लिए गोल्ड मेडल जीतेगा।
रवि दहिया के पैतृक गांव नाहरी में 2 दिन से उत्सव सरीखा माहौल बना हुआ था। हालांकि रवि का फाइनल मुकाबला दोपहर बाद था मगर उनके परिजनों के अलावा ग्रामीणों में उनके मुकाबले में को लेकर भारी उत्सुकता बनी हुई थी। ग्रामीणों ने जल्दी में अपने खेत व पशुओं के काम निपटाए और घंटों पहले ही टीवी के आगे आकर जम गए। महिलाओं ने घरों पर रह कर मैच देखने की तैयारी कर रखी थी वहीं भारी संख्या में बच्चों, युवाओं और पुरुषों में गांव की 2 चौपालों में पहले से लगी बड़ी स्क्रीन के नजदीक बैठने की होड़ लगी थी।
सीएम भी नाहरी के ग्रामीणों से लाइव जुड़े रहे : पहलवान रवि दहिया का मुकाबला देखने के लिए सोनीपत और आसपास के गांवों से गांव नाहरी की चौपाल में पहुंच गए। इतना ही नहीं रवि के परिजनों और ग्रामीणों के साथ फाइनल मुकाबला देखने के लिए भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं हलका विधायक मोहनलाल बड़ौली, बरोदा के विधायक इंदुराज नरवाल, पूर्व विधायक जयतीर्थ दहिया के बेटे अर्जुन दहिया समेत अनेक नेता गांव की चौपाल में पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों के साथ रवि की कुश्ती लाइव देखी। इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर राई के विधायक मोहन लाल बड़ौली के मोबाइल फोन के माध्यम से ग्रामीणों से लाइव जुड़े रहे। मुकाबले के बाद मुख्यमंत्री ने रवि के पिता से बात कर उन्हें बधाई देते हुए गांव में आधुनिक इंडोर स्टेडियम बनाने की घोषणा की जानकारी दी।
हार भी ग्रामीणों का जोश नहीं कर पाई कम : रवि दहिया की फाइनल में हार के बाद एक बारगी खासकर युवाओं में निराशा छाई लेकिन फिर गांव की चौपाल भारत माता की जय और रवि जिंदाबाद के जयकारों से गूंज उठी। जयकारों के जयघोष से ग्रामीणों और रवि के परिजनों का जोश कम होने के बाद बढ़ता चला गया। विधायक मोहनलाल ने रवि के पिता राकेश दहिया का मुंह मीठा कराया। टोक्यो से भारतीय महिला कुश्ती टीम के साथ गए मुख्य कोच कुलदीप मलिक ने फोन पर बधाई दी। पूर्व मंत्री कृष्णा गहलावत ने तिरंगा फहराकर खुशी का इजहार किया।
विधायक बड़ौली पहुंचे गांव में
पहलवान रवि दहिया के पिता राकेश दहिया सुबह केले और घेवर का प्रसाद लेकर गांव के बाहर स्थित अखाड़े में पहुंचे जहां उनका बेटे ने बचपन में कुश्ती के गुर सीखे थे। वहां पर उन्होंने अखाड़े की मिट्टी को नमन कर रवि के गुरू हंसराज पहलवान से आशीर्वाद लिया। बाद में उनके गुरु, वहां अभ्यास कर रहे पहलवानों समेत अन्य लोगों को केले व घेवर का प्रसाद वितरित करके गोल्ड मेडल की कामना की। रवि दहिया की माता उर्मिला ने कहा कि हमें अपने बेटे से पूरी उम्मीद थी कि वह गोल्ड लेकर आएगा। वह बढ़िया लड़ा मगर हमारे भाग्य में यही था। हम इससे भी खुश हैं। इस बार नहीं तो अगली बार गोल्ड जरूर जीतेगा।