अम्बाला शहर, 6 फरवरी (हप्र)
छंटनी ग्रस्त ठेका कर्मियों की बहाली न करने, हजारों सिक्योरिटी गार्ड को नौकरी से निकालने और अन्य लंबित मांगों को लेकर रविवार को स्वास्थ्य ठेका कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन किया। आज स्वास्थ्य मंत्री के आवास घेराव का कार्यक्रम था लेकिन लिखित आश्वासन मिलने पर इसे स्थगित कर दिया गया। भामस से संबंधित स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन ने इसमें हिस्सा नहीं लिया।
स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन हरियाणा के राज्य संयोजक मंगत राम की अध्यक्षता में आयोजित इस प्रदर्शन में सभी जिलों से ठेका कर्मचारी शामिल हुए। बस स्टैंड पर सभा करने के बाद कर्मचारियों ने करीब तीन बजे स्वास्थ्य मंत्री के आवास की ओर कूच किया। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को पुलिस ने पुल के नीचे हाईवे पर रोकने का प्रयास किया। यहां पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच नोकझोंक हुई। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, महासचिव सतीश सेठी व प्रेस प्रवक्ता इंद्र सिंह बधाना की सूझबूझ से टकराव टल गया। पुलिस उपाधीक्षक राम कुमार व ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने स्वास्थ्य मंत्री से बातचीत कर अगले सप्ताह विधिवत तौर पर स्वास्थ्य मंत्री के साथ बातचीत करवाने का लिखित आश्वासन दिया। इसके उपरांत स्वास्थ्य मंत्री के आवास कूच का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया।
इन मांगों का सौंपा ज्ञापन
नौकरी से निकाले गए सभी कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर लिया जाए। सिक्योरिटी गार्ड को हटाकर होमगार्ड को लगाने के निर्णय को वापस लिया जाए। होमगार्ड को पुलिस विभाग में एडजस्ट किया जाए। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी आउटसोर्सिंग पालिसी पार्ट.1 कर्मचारियों को कौशल रोजगार निगम की बजाय विभाग के पे-रोल पर लिया जाए। सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए, तब तक समान काम समान वेतन व सेवा सुरक्षा प्रदान की जाए। वेतन का भुगतान हर महीने की 7 तारीख तक करना सुनिश्चित किया जाए। ईएसआई कार्ड दिए जाएं व ईपीएफ में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच की जाए।
वादे जल्द पूरा करें मुख्यमंत्री
यमुनानगर (हप्र) : सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा रविवार को बर्खास्त पीटीआई के डीसी आफिस पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने पर पहुंचे। उन्होंने प्रदेश के तमाम कर्मचारियों की ओर से सेवा बहाली की मांग और 9 जनवरी से चल रहे धरने का पुरजोर समर्थन करने का ऐलान किया। उन्होंने धरने को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री से बरोदा उप चुनाव से पहले बर्खास्त पीटीआई से किए ‘चूल्हे ठंडे न होने देने’ के वादे को बिना किसी देरी किए पूरा करने की मांग की।