भिवानी, 21 जून (हप्र)
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने कृषिमंत्री व स्थानीय विधायक को हांसी गेट पर काले झंडे दिखाए। जिसके विरोध में पुलिस ने 7 किसान नेताओं को गिरफ्तार किया जिन्हेें बाद में रिहा कर दिया गया। गिरफ्तार किसानों के साथ शहर थाना इंचार्ज द्वारा कथित दुर्व्यवहार करने की किसानों ने घोर निंदा की। आक्रोश स्वरूप किसान व मजदूर संगठनों ने राज्य सरकार की शवयात्रा निकाली तथा लघु सचिवालय के सामने पुतला फूंका। शहर थाना इंचार्ज के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने के लिए पुलिस अधीक्षक को 6 सदस्यीय कमेटी ने ज्ञापन सौंप कर उन्हें तुरंत थाने से हटाकर विभागीय कार्रवाई करने की मांग की है।
प्रदर्शन की अध्यक्षता किसान नेता करतार ग्रेवाल, रोहताश पहलवान मिताथल, महिला नेत्री राजबाला धनाना व सन्तोष देशवाल ने संयुक्त रूप से की। प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के नेता कामरेड ओमप्रकाश, गंगाराम स्योराण, मास्टर राज सिंह, कमल प्रधान ने बताया की जन विरोधी कृषि कानूनों, बिजली बिल 2020 व अन्य किसान मजदूर विरोधी कानूनों के खिलाफ देश का किसान एकजुट होकर 7 महीने से भाजपा सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। इस दौरान 500 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं। बावजूद इसके सरकार अडानी-अम्बानी को फायदा पहुंचाने के लिए जनविरोधी काले कानूनों को लागू करने पर आमादा हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने भाजपा व जजपा नेताओं के सरकारी कार्यों के उद्घाटन के दौरान बहिष्कार व अपना विरोध दर्ज करवाने काे कहा हैं। विरोध प्रदर्शन में किसान नेता ओमप्रकाश सैनी, सतबीर धनाना, कर्ण सिंह जैनावास, राजेश कूंगड, रामौतार बलियाली, संदीप मिताथल, दिनेश मिरान, महिला नेत्री बिमला घणघस, शीला बलियाली, अनुराधा, मजदूर नेता कामरेड अनिल कुमारा, सुखदेव पालवास, धर्मबीर बामला, राजकुमार दलाल, मास्टर वजीर सिंह, दिलबाग ढुल, रतनपाल तिगडाना, शकुंतला जाटू लुहारी, बलबीर बजाड सहित सैकड़ो की संख्या में किसान व मजदूर महिलाएं शामिल थीं।
26 को हजारों किसान चंडीगढ़ पहुंचेंगे
हिसार (हप्र) : जलभराव, ओलावृष्टि, सफेद मक्खी, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी अनुसार मुआवजा, गेहूं की फसल का भुगतान, नहरों में पानी आदि मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा बेमियादी धरना आज 55वें दिन में प्रवेश कर गया। आज धरने की अध्यक्षता भूपसिंह बिजारणिया प्रधान आदमपुर तहसील व विरेन्द्र बगला कोषाध्यक्ष ने संयुक्त रुप से की व संचालन जिला सचिव सतबीर धायल ने किया। संयुक्त किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह नम्बरदार ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि उपरोक्त मांगों को लेकर 55 दिन से किसान धरने पर बैठे हैं। गेहूं की फसल की तुलाई को लगभग 3 महीने के पश्चात भी जिला भर में हजारों किसानों का बकाया पड़ा है। अगली फसल खर्च के लिए खाद, बीज, दवाई के लिये मारा-मारा फिर रहा है। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह नंबरदार व सोमबीर पिलानिया के नेतृत्व में सतबीर धायल, सूबे सिंह बूरा, वजीर सिंह, अनु सूरा, सतबीर पूनिया, रमेश, कुलदीप कुल्हडिय़ा, देवराज, राजकुमार झिझरियां आदि उपस्थित रहे। जिला सचिव सतबीर धायल ने कहा कि 26 जून को लोकतंत्र बचाने के लिये राज्यपाल को ज्ञापन देने हजारों किसान चंडीगढ़ पहुंचेंगे।
मांगों को लेकर अनेक गांवों में धरना
रेवाड़ी(निस) ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के आह्वान पर जिला के गांव निमोठ, जैनाबाद सहित अनेक गांवों में सोमवार को किसानों की मांगों को लेकर धरना दिया गया। इस अवसर पर किसान आंदोलन में सक्रिय कामरेड राजेन्द्र सिंह व किसान नेता रामकुमार निमोठ ने कहा कि सरकार किसान विरोधी काम कर रही है और पूंजीपतियों को मालामाल करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा जब तक सरकार किसान विरोधी नीतियां वापिस नहीं लेगी आंदोलन जारी रहेगा।
‘व्यापारी भी झेल रहे सरकार की मार’
भिवानी (हप्र) : ऑल हरियाणा प्रदेश सब्जी मंडी एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष नितिन जांघू ने कितलाना टोल पर किसानों के धरने को संबोधित करते हुए कहा कि किसान – मजदूरों के साथ व्यापारी भी सरकार की मार झेल रहे हैं। कोरोनाकाल में मंडियों पर लगाए गए दो प्रतिशत मार्किट फीस लगने से महंगाई बढ़ने के साथ धंधा बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से कई आढ़ती पलायन कर गए हैं और अनेक कर्ज के नीचे दब गए हैं। उन्होंने कहा कि किसान और व्यापारी का चोली दामन का साथ है। उन्होंने कहा कि तीन काले कानूनों के खिलाफ संघर्ष की शुरुआत से ही व्यापारी किसानों के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून लागू होने पर सरकारी मंडी खत्म हो जाएंगी और आढ़ती भी इस मार से नहीं बचेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक तीनों काले कानून रद्द नहीं होते हम कंधे से कंधा मिलाकर किसानों का साथ देंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर धरने के 179वें दिन खाप सांगवान चालीस के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप के प्रधान बलवन्त नंबरदार, सज्जन सिंगला, सुभाष यादव, सिलोचना डोहकी, राजबाला कितलाना ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि योग दिवस पर भाजपा और जजपा के नेताओं को जनता ने आईना दिखाने का काम कर दिया है। जहां जहां गठबंधन सरकार के नेता गए लोगों ने काले झंडे दिखाकर शांतिपूर्ण विरोध किया।
‘टिकरी बार्डर घटना की हो निष्पक्ष जांच’
चरखी दादरी (निस) : संयुक्त किसान मोर्चा के लीगल सेल सदस्य एडवोकेट अमित सांगवान ने कहा कि टिकरी बार्डर पर पिछले दिनों हुई घटना बेहद दुखदायी थी। बार्डर की घटनाओं को प्रदेश की सरकार द्वारा प्रोपगेंडा रचकर किसानों को बदनाम किया जा रहा था। जबकि ऐसी घटना से किसानों का कोई लेना-देना नहीं है। अगर इस मामले की निष्पक्ष व स्वतंत्र रूप से जांच हो तो सच्चाई सामने आ सकती है।
सांगवान ने सोमवार को दादरी में मीडिया से बात करते हुए बताया कि वे पिछले काफी समय से संयुक्त किसान मोर्चा के साथ बार्डर पर रहे हैं। लीगल सेल की टीम द्वारा लगातार किसानों की मांगों को प्रमुखता से उठाया जा रहा है। पिछले दिनों टिकरी बार्डर पर एक व्यक्ति की आग लगने से हुई मौत के मामले को लेकर किसान मोर्चा भी काफी गंभीर है। यहीं कारण है कि किसान मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल झज्जर एसपी से भी मिला और निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है।
26 को राज्यपाल के नाम सौंपेंगे ज्ञापन
भिवानी (हप्र) : किसानों द्वारा 26 जून को धरने के सात माह पूरे होने पर देश भर में राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे तथा तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की जाएगी। यह जानकारी देते हुए किसान नेता जोगेंद्र तालु ने कहा कि पिछले सात माह से किसान तीन कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे है ।
युवक को जिंदा जलाने के विरोध में उतरे ब्राह्मण
हिसार (हप्र) : जिला ब्राह्मण सभा की बैठक सोमवार को प्रधाान राजकुमार भारद्वाज की अध्यक्षता में हुई। बैठक में बहादुरगढ़ के पास कसार गांव के युवक मुकेश मुदगिल को किसान आंदोलन में शामिल कथित असामाजिक तत्वों द्वारा जिंदा जलाए जाने पर गहरा रोष व्यक्त किया गया। इसके साथ ही उचाना गांव में मास्टर सुरेश वशिष्ठ की गोली मारने पर गहरा शोक जताया गया। उक्त घटनाओं के विरोध में निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए बैठक के उपरांत उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में मांग की गई कि उपरोक्त दोनों घटनाओं में आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके सजा दी जाए।