चंडीगढ़, 30 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा में लॉकडाउन एक और सप्ताह के लिए बढ़ा दिया है। 7 जून को सुबह 5 बजे तक ‘महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा’ के तहत पाबंदियां रहेंगी। इस बार दुकानों को खोलने का टाइम भी बढ़ाया गया है। अब सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक दुकानें खुलेंगी। दुकानों को खोला अभी भी ऑड-ईवन के फार्मूले पर ही जाएगा। कड़ी शर्तों के साथ शॉपिंग मॉल्स भी खोलने की इजाजत सरकार ने दे दी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
राज्य में 3 मई से ही लॉकडाउन चल रहा है। तभी से इसे हर सप्ताह बढ़ाया जा रहा है। प्रदेश में कोरोना मामलों में लगातार कमी आ रही है, लेकिन सरकार अभी भी कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। इसी वजह से न केवल लॉकडाउन बढ़ाया है बल्कि शैक्षणिक संस्थाओं को भी अभी बंद ही रखने का निर्णय लिया है।
पिछले दिनों स्कूलों को पंद्रह जून तक बंद करने का निर्णय सरकार ने लिया था। अब सभी कॉलेजों, आईटीआई, पॉलिटेक्निक व इंजीनियरिंग आदि संस्थानों को भी 15 जून तक बंद रखने का फैसला लिया है। प्रदेश में सभी आंगनबाड़ी केंद्र व क्रेच सेंटर 30 जून तक बंद रहेंगे। खट्टर ने कहा कि एकदम से यह न मानें कि कोरोना से छुटकारा मिल गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों को अभी भी एहतियात बरतने की जरूरत है। बिना काम के घरों से न निकलें और कोरोना गाइडलाइन का पालन करें। सीएम ने कहा कि प्रदेश के व्यापारिक संगठनों द्वारा दुकानों की टाइमिंग बदलने की मांग उठाई जा रही थी। पिछले सप्ताह सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक ऑड-ईवन फार्मूले पर दुकानों को खोलने की छूट दी थी। अब दुकानें इसी फार्मूले पर सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक खुल सकेंगी।
दफ्तरों में रहेगी 50 फीसदी हाजिरी
प्रदेश के सरकारी व प्राइवेट कार्यालयों में फिलहाल 50 प्रतिशत हाजिरी के साथ ही काम होगा। सरकारी दफ्तरों में संबंधित मुखिया द्वारा रोस्टर जारी किया जाएगा और इसके हिसाब से कर्मचारियों को ड्यूटी पर आना होगा। पहले सप्ताह आने वाले 50 प्रतिशत कर्मचारियों को दूसरे सप्ताह घर से ही काम करना होगा। दूसरे सप्ताह बाकी पचास प्रतिशत कर्मचारियों को ड्यूटी पर दफ्तर बुलाया जाएगा। इसी तरह से प्रदेश की इंडस्ट्री भी पहले की तरह कोरोना गाइडलाइन की पालना के साथ चलती रहेंगी। प्रदेश में रात 10 बजे तक सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा।
मॉल दो हजार वर्गफुट का तो 80 को एंट्री
प्रदेश में शॉपिंग मॉल्स खोलने का फैसला भी लिया गया है। मॉल के कुल एरिया के हिसाब से इसमें लोगों की एंट्री की छूट मिलेगी। 25 वर्गफुट में एक व्यक्ति को छूट दी है। उदाहरण के तौर पर अगर शॉपिंग मॉल का कुल एरिया 2000 वर्गफुट है तो उसमें 80 लोग ही एंट्री कर पाएंगे। मॉल के सभी दुकानदारों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा। डीसी से इसके लिए परमिशन लेनी होगी। दुकान या शोरूम में एक समय में एंट्री करने वाले लोगों के बाहर निकलने के बाद ही दूसरों की एंट्री होगी। शॉपिंग मॉल सुबह 10 बजे से शाम को 6 बजे तक खुल सकेंगे।
मैंने उचित नहीं समझा हुड्डा के पत्र का जवाब देना : खट्टर
चंडीगढ़, 30 मई (ट्रिन्यू)
पिछले दिनों कोरोना महामारी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा लिखे पत्र पर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने जवाब देने से इनकार कर दिया है। सीएम का कहना है कि उन्होंने इस पत्र का जवाब देना उचित नहीं समझा। मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा, ‘पत्र में कोरोना से निपटने में सहयोग देने की बजाय राजनीति अधिक की गई है’। पत्र में हुड्डा की ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने के सुझाव पर सीएम ने कहा कि पिछले साल कोरोना काल में सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। उस समय विपक्ष के अच्छे सुझाव भी आए थे और उन्हें माना भी गया था। हमें इस बार भी बैठक बुलाने में कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन जिस तरह की चिट्ठी पूर्व सीएम ने लिखी है, उससे साफ है कि इस तरह की बैठकों का कोई औचित्य नहीं है। महामारी में भी अगर विपक्ष को राजनीति ही करनी है तो वह करे। खट्टर ने कहा, ‘विपक्ष के नेता ने किसान आंदोलन का जिक्र तो पत्र में किया और सरकार को सलाह भी दी कि किसानों से बातचीत करके आंदोलन खत्म करवाया जाए, लेकिन उन्होंने (हुड्डा) एक बार भी किसानों से अपील नहीं की कि महामारी को देखते हुए वे आंदोलन खत्म करें। सीएम ने कहा, हुड्डा ऐसा नहीं करेंगे। वह इसलिए क्योंकि वहां उन्हें वोट बैंक नजर आता है। सीएम ने स्पष्ट तौर पर कहा कि किसान आंदोलन की वजह से उन गांवों में अधिक संक्रमण फैला है, जहां से किसानों का दिल्ली बाॅर्डर पर बैठे किसानों के बीच आना-जाना था। कांग्रेस को राष्ट्र विरोधी बताते हुए सीएम ने कहा कि इस पार्टी के नेताओं को महामारी में भी खिलाफत ही करनी है। सीएम ने कहा, जब हमारी सोच में ही अंतर है तो उन्हें बैठक में बुलाकर करेंगे भी क्या। हुड्डा को सीधी चुनौती देते हुए सीएम ने कहा, आपके कार्यकाल को लोग आज भी याद करते हैं। आपको भूले नहीं हैं और मुझे आपसे सीख नहीं लेनी। आपसे बढ़िया सरकार हम चला रहे हैं। आप 2029 तक तो सरकार का सपना लेना छोड़ ही दें।