‘शिशु’, ‘किशोर’ और ‘तरुण’ योजनाएं बना रहीं आत्मनिर्भर
चंडीगढ़, 13 फरवरी (ट्रिन्यू) केंद्र सरकार की ‘प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण’ योजना राज्य के युवाओं व गरीब परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। केंद्र की इस योजना को तीन कैटेगरी – ‘शिशु’, ‘किशोर’ और ‘तरुण’ में बांटा...
चंडीगढ़, 13 फरवरी (ट्रिन्यू)
केंद्र सरकार की ‘प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण’ योजना राज्य के युवाओं व गरीब परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। केंद्र की इस योजना को तीन कैटेगरी – ‘शिशु’, ‘किशोर’ और ‘तरुण’ में बांटा गया है। योजना के तहत स्वरोजगार के लिए सरकार की ओर से आर्थिक मदद मुहैया करवाई जाती है। हरियाणा में इस योजना के लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 12 लाख 19 हजार से अधिक हो गई है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण योजना को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इस योजना के लाभार्थियों को अभी तक 9 हजार 978 करोड़ रुपये के ऋण दिए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री का मानना है कि मुद्रा योजना महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में भी मददगार साबित हो रही है। मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई मुद्रा योजना के अंतर्गत लगभग 70 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं हैं’। सरकार निरंतर युवाओं में स्वरोजगार को प्रोत्साहन दे रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2014 के बाद हरियाणा में कुल 33 लाख से अधिक युवा या तो निजी क्षेत्र में रोजगार में लगे हैं या फिर उन्होंने सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर स्वरोजगार का रास्ता अपनाया है।

