मंडी अटेली (निस) : महासर माता मंदिर में शतचंडी यज्ञ का मंगलवार को दुर्गा अष्टमी पर समापन हो गया। शतचंडी यज्ञ के मुख्य यजमान मनबीर लाबा, दीपक कुमार, गितांश लांबा, हिताार्थ लांबा, अदवित लांबा रहे। आचार्य संजय शास्त्री ने बताया कि शत चंडी का पाठ प्रभावशाली यज्ञ व अनुष्ठान होता है। शतचंडी हवन एक
विशिष्ट पूजा और यज्ञ है। नवमी के मौके पर भंडारा व हवन होता है जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। शत चंडी यज्ञ मंत्रों की ऊर्जा के साथ मिलकर एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। मुख्य यजमान मनबीर लांबा ने बताया कि शतचंडी यज्ञ के समापन पर बुधवार को कंजक पूजन के बाद भंडारा भी होगा।