सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 25 अप्रैल
भीषण गर्मी और अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की कमी लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। गर्मियों की शुरुआत के साथ ही तापमान 40 डिग्री को छूने लगा है, ऐसे मौसम में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। फसल की कटाई भी हो रही है, जिसमें आग लगने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। यमुनानगर जिला औद्योगिक क्षेत्र है, जहां हजारों की संख्या में छोटी बड़ी इकाइयां हैं।
लगभग 1000 के करीब प्लाईबोर्ड एवं लकड़ी के कारखाने हैं। प्लाईबोर्ड फैक्टरी में आग लगने की घटनाएं अक्सर सामने आती हैं, लेकिन इस मौसम में इन घटनाओं में और ज्यादा वृद्धि हो जाती है। औद्योगिक क्षेत्र से केंद्र व प्रदेश सरकार को प्रतिवर्ष करोड़ों रुपया राजस्व के रूप में जाता है, लेकिन इसके बावजूद यहां सुविधाओं की कमी अक्सर नजर आती है।
इस मौसम में जब इलाके में लोगों को अग्निशमन विभाग की खास जरूरत है, ऐसे में विभाग कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। इसलिए आपात स्थिति के दौरान कर्मचारियों को अतिरिक्त घंटे काम करना पड़ता है। यमुनानगर फायर स्टेशन में कर्मचारियों की भारी कमी है, जिसके लिए बार-बार मुख्यालय को लिखा जा रहा है, लेकिन अभी तक इस कोई ध्यान नहीं दिया गया।
यमुनानगर जिला के लिए मुख्य कार्यालय को 82 कर्मचारियों की आवश्यकता भेजी गई है। इसमें 2 क्लर्क, 2 चपरासी, 1 अकाउंटेंट, 2 स्वीपर, लगभग 75 फायर ऑपरेटर और फायर फाइटर शामिल हैं।
बताया जाता है कि 1 फायर टेंडर के लिए 6 क्रू की आवश्यकता होती है, जिसमें 1 ड्राइवर, 1 प्रभारी और बाकी 4 फायर ऑपरेटर होते हैं।
फायर स्टेशन अधिकारी नरेंद्र यादव बोले
जिला यमुनानगर में 7 फायर स्टेशनों में 38 फायर टेंडर हैं, इसलिए प्रत्येक शिफ्ट में 228 व्यक्तियों की आवश्यकता होती है। स्टाॅफ की कमी और गर्मी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उन्होंने सभी स्टाॅफ की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और उन्हें चौबीसों घंटे उपलब्ध रहने को कहा है। उन्होंने माना कि विभाग के पास स्टाॅफ कम है, लेकिन उन्होंने दावा किया है जिला में कहीं भी आग लगने की सूचना होती है, उस पर तुरंत जरूरत के मुताबिक गाड़ी भेजी जाती है।