कैथल, 10 जुलाई (हप्र)
हरियाणा की युवा शिक्षाविद् एवं साहित्यकार डॉ. जगदीश शर्मा राही ने एमडीएन ग्लोबल स्कूल के विद्यार्थियों को साहित्य शिक्षा और मनोविज्ञान से विषय पर संबोधित किया।
विद्यालय प्रबंधक डॉ. विनोद कुमार ने डॉ. राही का स्वागत करते हुए उन्हें व्यक्तित्व और रचनात्मकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. राही द्वारा श्रीमद् भागवत गीता का हिंदी और हरियाणवी में काव्य अनुवाद एक राष्ट्रीय स्तर की रचना है।
हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित उनकी कृति ‘आओ, बच्चों खेलें खेल’ छोटे बच्चों की कविताओं का एक अनुपम गुलदस्ता है। राही ने अपने वक्तव्य में कहा कि साहित्य के बिना शिक्षा में कोई रंग नहीं है, कोई रस नहीं है। यह साहित्य ही है जो शिक्षा को नव निर्माण और कल्पना से सूचित करता है।
आज देश में इंजीनियर, डॉक्टर, वकील, जज और प्रशासनिक अधिकारी तक आत्महत्याएं कर रहे हैं। साहित्य से जुड़ा आदमी कभी सुसाइड नहीं कर सकता। राही ने बच्चों के चित को एकाग्र रखने, ध्यान लगाने व मन को परिस्थिति के अनुसार नियंत्रण में रखना आदि के बारे में विस्तार से बताया।
विद्यालय के निदेशक डॉ. विनोद कुमार ने डॉक्टर राही को एक पौधा देकर उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी विद्यार्थी, अध्यापक व गैर शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे।