बीज गुणवत्ता की कृषि उत्पादन में अहम भूमिका : काम्बोज
हिसार, 21 मार्च (हप्र) चौधरी चरण सिंह हरियाणाण कृषि विश्वविद्यालय में बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा ‘अनुवांशिक शुद्धता प्रबंधन’ विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। विश्वविद्यालय के प्रजनक बीज फार्म पर आयोजित कार्यक्रम में कुलपति प्रो बीआर काम्बोज मुख्य...
हिसार, 21 मार्च (हप्र)
चौधरी चरण सिंह हरियाणाण कृषि विश्वविद्यालय में बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा ‘अनुवांशिक शुद्धता प्रबंधन’ विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। विश्वविद्यालय के प्रजनक बीज फार्म पर आयोजित कार्यक्रम में कुलपति प्रो बीआर काम्बोज मुख्य अतिथि रहे।
कुलपति प्रो. काम्बोज ने अपने संबोधन में कहा कि बीजों की आनुवांशिक शुद्धता बनाए रखना केवल किसानों के लिए ही नहीं बल्कि संपूर्ण कृषि और खाद्य सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है। सतत अनुसंधान, जागरूकता और उचित प्रबंधन से हम बेहतर गुणवत्ता वाले बीजों का उत्पादन सुनिश्चित कर सकते हैं, जिससे कृषि क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि बनी रहेगी। उन्होंने बताया कि आनुवंशिक शुद्धता प्रबंधन से शुद्ध बीज तैयार करके अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। इससे रोग प्रतिरोधी क्षमता, अधिक उत्पादन तथा जलवायु अनुकूलता भी बनी रहेगी। उन्होंने बताया कि किसानों को अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए प्रमाणित बीजों का उपयोग करना चाहिए। बीज उत्पादन प्रक्रिया के साथ भण्डारण एवं बीज परीक्षण पर निगरानी रखना भी बहुत जरूरी है।
अनुसंधान निदेशक डॉ. राजबीर गर्ग ने बताया कि किसानों के लिए बीज का विशेष महत्व है। यह कृषि उत्पादन और खाद्य सुरक्षा को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बीज की गुणवत्ता और सही चयन से फसल की पैदावार पर सीधा असर पड़ता है। बेहतर फसल और बंपर उत्पादन के लिए बीज काफी महत्वपूर्ण होते हैं। उन्होंने बताया कि पृथ्वी के स्वास्थ्य के लिए बीज विविधता और संप्रभुता के महत्व को बढ़ावा देने में भी मदद करते हैं।
बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विरेन्द्र मोर ने कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कृषि निरीक्षक अनिल कुमार को उत्तम बीज उत्पादन के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश भर से 50 से अधिक सरकारी व गैर सरकारी बीज उत्पादक शामिल हुए। उन्होंने विश्वविद्यालय के बीज फार्म का भ्रमण भी किया। मंच का संचालन डॉ. अक्षय भूक्कर ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

