भिवानी, 30 जनवरी (हप्र)
जिले में धारा 144 लगाए 24 घंटे बीतने से पहले ही कितलाना टोल पर सैकड़ों किसानों ने अनिश्चितकालीन धरने पर पहुंच प्रशासन को चुनौती दी। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए किसानों ने एक दिन का उपवास रखा और अपने आंदोलन को पूर्व की भांति अहिंसात्मक रखने की शपथ ली व तीनों कृषि कानूनों के साथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
वक्ताओं ने कहा कि पिछले दो दिन से सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर शांतिपूर्ण धरने पर बैठे किसानों पर सरकार के दलाल पुलिस के साये में पत्थरबाजी कर रहे हैं। उसे गोदी मीडिया स्थानीय लोगों की संज्ञा दे रहा है जबकि हर गांव के लोग धरने पर शिरकत व सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वह इस तरह के षडयंत्रों से बाज आये। कितलाना टोल पर 37वें दिन चल रहे अनिश्चित कालीन धरने की नरसिंह डीपीई, सीताराम फौगाट, राजसिंह जताई, रणधीर कुंगड़ आदि ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की।
सोमबीर ने किया कूच का ऐलान : दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप 40 सांगवान के प्रधान सोमबीर सांगवान ने अपने संबोधन में कहा कि कल बड़ी संख्या में दिल्ली बॉर्डर पर कूच किया जाएगा। इस अवसर पर लोहारू से पूर्व विधायक सोमबीर सिंह, रणधीर घिकाड़ा, सुरजभान सांगवान, डॉ़ विजय सांगवान आदि मौजूद थे।
मदीना टोल पर धरना जारी, रखा उपवास
रोहतक (निस) : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर ग्रामीणों ने आज मदीना टोल प्लाजा पर एक दिवसीय अनशन किया और किसान आंदोलन को शांतिपूर्ण तरीके से चलाने के लिए सभी का आह्वान किया गया। किसान सभा के बलवान सिंह ने बताया कि कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर दिल्ली के चारों तरफ आंदोलन शांतिपूर्वक चल रहा है जो कि भाजपा सरकार को हजम नही हो रहा है, इसलिए किसानों के आंदोलन को तोड़ने की कोशिशें की जा रही है। इस अवसर पर बलजीत मदीना, सत्यवान बसाना, रामकिशन मोखरा, नफे सिंह ,नरेंद्र जिला पार्षद प्रमुख रूप से शामिल रहे।
धरना शुरू, सांकेतिक भूख हड़ताल की
भिवानी (हप्र) : संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर गांव भेरा के बस स्टैंड पर कृषि कानूनों के विरोध में शनिवार को सांकेतिक भूख हड़ताल व धरने की शुरुआत की गई। धरने की अध्यक्षता अखिल भारतीय किसान सभा के सचिव मास्टर रघुबीर सिंह भेरा व रणधीर सांगवान ने की। किसान रामपाल चाहर,अजय महला, मनोज नैन, सुरेंद्र महला, संदीप जनावा, रामेहर जनावा,सुरेंद्र सुरा,सोनू महला, राजेश फोजी, अमित कलोइया भूख हड़ताल पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की मांगें नहीं मानी जाती तब तक क्रमिक भूख हड़ताल चलती रहेगी।
साजिश का होगा पर्दाफाश : सांगवान
बाढड़ा (निस) : पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए यहां जारी बयान में कहा कि भाजपा के लोगों की किसान आंदोलन को समाप्त करने की साजिश का पर्दाफाश होगा और किसानों की जीत सुनिश्चित है। जिस तरह से राकेश टिकैत ने किसान धर्म निभाया है, किसानों की जीत पक्की होगी और सरकार को नया कृषि कानून वापस लेने पर मजबूर होना पड़ेगा। किसान अब दिल्ली बाॅर्डर पर शांतिपूर्ण आंदोलन के जरिये जीतकर ही लौटेंगे।
खरकड़ी में 64 किसानों ने रखा उपवास
लोहारू (निस) : खरकड़ी गांव में किसानों का धरना शनिवार को 35वें दिन भी जारी रहा। आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर 64 किसानों ने धरने में उपवास रखा। वहीं धरने पर बैठे किसानों ने दो मिनट का मौन रखकर गांधी को श्रद्धांजलि दी। धरने को सम्बोधित करते हुए किसानों ने दावा किया कि लाल किला उपद्रव में सरकार की पोल खुल गई है। साजिश के तहत किसानों को बदनाम करने के लिए सारा खेल खेला गया। अब किसानों को संयम के साथ-साथ आंदोलन में अपनी भागीदारी रखनी है। सदानन्द सरस्वती ने बताया कि हर रोज की तरह दिल्ली टिकरी बॉर्डर पर रसद सामग्री का एक वाहन शनिवार को भी भेजा गया।
निलौठी में धरना : मांगा 5 करोड़ प्रति एकड़ मुआवजा
बहादुरगढ़ (निस) गांव निलौठी में पिछले 16 दिनों से संविधान सत्याग्रह आंदोलन चल रहा है। केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा सड़क व रेलवे के लिए की गई भूमि अधिग्रहण का मुआवजा प्रति एकड़ 5 करोड़ रुपए देने की मांग किसानों ने की है। भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष रमेश दलाल ने कहा कि अगर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो हजारों किसान जल समाधि लेने पर मजबूर होंगे। रमेश दलाल ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों की जमीन अधिग्रहण के मामले में धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया गया है। भूमि अधिग्रहण के मामले में उन्होंने कहा कि इसमें लगभग 40 आईएएस ऑफिसर्स शामिल हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व गुजरात के हजारों किसान गांव हुमायूंपुर में आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार के किसी प्रतिनिधि ने आकर किसानों से बातचीत नहीं की।
भाकियू नेता राकेश टिकैत 3 को कंडेला में
जींद (हप्र) : भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत आगामी 3 फरवरी को जिले के गांव कंडेला में स्थित कंडेला खाप के ऐतिहासिक चबूतरे पर पहुंचेंगे। कंडेला खाप के प्रधान टेकराम कंडेला ने शनिवार को बताया कि किसान आंदोलन को और मजबूत करने के लिए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत व राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह आदि किसान नेता कंडेला खाप के चबूतरे पर महापंचायत का आयोजन करेंगे। टेकराम ने हरियाणा की सभी खाप पंचायतों, तपों तथा बारहों के प्रधानों से व कंडेला खाप के सभी किसानों से भारी संख्या में चबूतरे पर पहुंचने का आह्वान किया है।
आंदोलन से लौट रहे किसान की मौत
सफीदों (निस) : गांव बागडू खुर्द के एक किसान की सड़क हादसे में मौत हो गई। मृतक किसान शनिवार को दिल्ली आंदोलन से किसी कार्यवश अपने गांव लौट रहा था। मिली जानकारी के अनुसार किसान रामपाल (55) पिछले 61 दिन से कुंडली बाॅर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल था। वह गांव लौट रहा था कि सोनीपत के पास सड़क दुर्घटना घायल होने के उपरांत रामपाल की मौत हो गई। सोनीपत में पुलिस ने किसान के शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों को सौंप दिया। किसान रामपाल का शव शनिवार को गांव में पहुंचा।