मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

कांग्रेस जिलाध्यक्ष के चुनाव को लेकर बुलाई बैठक में हाथापाई

विस चुनाव में टिकट के दावेदार रहे हरपाल की विधायक पर टिप्पणी से गर्माया मामला
Advertisement

मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने व 2 तोले की चेन तोड़ने का आरोप, पुलिस को दी शिकायत

विधायक समर्थक बोले- पैसे के दम पर पार्टी को बदनाम कर रहे है हरपाल बुढ़ानिया

टोहाना 18 जून (निस)

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष के चुनाव को लेकर टोहाना के पैराडाइज मैरिज पैलेस में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे केन्द्रीय पर्यवेक्षक चल्ला वाशमीचंद रेड्डी, अत्तर सिह, राहुल मक्कड़, स्थानीय विधायक परमवीर सिंह की मौजूदगी में उस समय तनावपूर्ण स्थिती पैदा हो गई जब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी से टिकट के दावेदार रहे हरपाल बुढ़ानिया ने मंच से दिया कि स्थानीय विधायक की जीत में भाजपा नेता सुभाष बराला का हाथ है, क्योंंकि भाजपा नेता सुभाष बराला जब जीते थे तो परमवीर सिंह ने समर्थन दिया था। हरपाल बुढ़ानिया की इस टिप्पणी के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोक दिया और आगे बोलने नहीं दिया। हरपाल का आरोप है कि कार्यकर्ताओं ने उनसे मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। जब वह कार्यक्रम से जाने लगे तो उनसे धक्का-मुक्की की और उनके गले में पहनी 2 तोले सोने की चेन को झपटा मारकर तोड़ दिया गया जिससे वह कार्यक्रम स्थल पर गिर गई। उन्होंने तुंरत 100 नंबर डायल करके पुलिस को सूचना दी और देर सांय तक एक लिखित शिकायत भी टोहाना के सिटी थाना में दी। हरपाल ने कौशल नैन, सुखपाल नैन कन्हड़ी व उनके चार-पांच अन्य साथियों पर हमला करने का आरोप लगाया। हरपाल बुढ़ानिया का आरोप है कि उन्हें धमकियां दी गईं कि यदि आगे से पार्टी की किसी मीटिंग में आया तो जान से मार देंगे। उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की।

Advertisement

कार्यक्रम में आए सभी पदाधिकारी व स्थानीय विधायक परमवीर सिंह बिना किसी टिप्पणी के वापस चले गए। घटना के बाद विधायक समर्थकों ने हरपाल बुढ़ानिया के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि वह जान बूझकर पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। हरपाल ने गांव कन्हड़ी के युवाओं पर आरोप लगाकर पूरे गांव के सम्मान को ठेस पहुंचाई। उधर,  केन्द्रीय पर्यवेक्षक चल्ला वाशमीचंद रेड्डी ने कहा कि जिलाध्यक्ष के लिए पार्टी के 65 कार्यकर्ताओं ने आवेदन किया है, जिनके बारे में इस महीने के अंत तक फैसला कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो भी जिलाध्यक्ष बनेगा, पार्टी कार्यकर्ताओं व नेताओं को उसके नेत्तृव में ही आगे बढ़कर पार्टी को मजबूत करना होगा। पार्टी के गुटबाजी के सवाल पर वह कुछ भी कहे बिना कार्यकम से चले गए।

आरोप- पार्टी में गुटबाजी हावी, पुराने पापियों को दरकिनार करें

बता दें कि लोकसभा चुनाव से पूर्व कुमारी शैलजा के नेत्तृव में हरपाल बुढ़ानिया, स. निशान सिंह समेत कई नेता कांग्रेस में शामिल हुए थे, जो कांग्रेस की विधानसभा टिकट की दावेदारी पेश कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने पूर्व कृषि मंत्री परमवीर सिंह को चौथी बार टिकट देकर सबकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया था। हरपाल बुढ़ानिया का कहना है कि पार्टी में गुट बने हुए हैं। कोई हुड्डा गुट से है तो कोई शैलजा गुट से। जिस कारण युवाओं को आगे आने का मौके नहीं मिल पाता। गुटबाजी बंद करके पुराने पापियों को दरकिनार किया जाए और युवाओं को मौका दिया जाए।

 

Advertisement
Tags :
Dainik Tribune Hindi NewsDainik Tribune newsHindi News