चंडीगढ़, 31 जनवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा में कोरोना के मामले घटने शुरू हो गए हैं। इन्हें ध्यान में रखते हुए सरकार ने काफी छूट भी देनी शुरू कर दी हैं। इसी कड़ी में मंगलवार यानी पहली फरवरी से प्रदेश में शैक्षणिक संस्थान खुलने शुरू होंगे। स्कूलों को फिलहाल केवल बड़ी कक्षाओं के लिए खोला जाएगा। बाद में चरणबद्ध तरीके से अन्य कक्षाओं के बच्चों को भी स्कूलों में बुलाया जाएगा।
मंगलवार को 10वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूल खुल सकेंगे। इसी तरह से आईटीआई, पॉलिटेक्निक, कॉलेज व यूनिवर्सिटी भी खुलेंगे। कोचिंग इंस्टीट्यूट, ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट तथा लाइब्रेरी भी विद्यार्थियों के लिए खुलेंगे। उन्हीं बच्चों को शैक्षणिक संस्थानों में एंट्री मिलेगी, जिन्हें कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगी हुई है। स्कूलों मुख्य रूप से प्राइवेट स्कूलों को हिदायतें दी हैं कि वे विद्यार्थियों को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं करेंगे। इन तीन कक्षाओं के विद्यार्थियों को भी स्कूलों में भेजना है या नहीं, यह अभिभावकों पर निर्भर करेगा। स्कूल आने से पहले विद्यार्थियों को अभिभावकों से लिखित में सहमति पत्र लेकर आना होगा। इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी, ताकि स्कूल नहीं आने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो। साथ ही, सभी स्कूलों, आईटीआई, पॉलिटेक्निक, कॉलेज व यूनिवर्सिटी मुखिया को निर्देश दिए हैं कि वे विद्यार्थियों को वैक्सीन लगवाने के प्रति प्रेरित करें।
85 प्रतिशत को लग चुकी है वैक्सीन
प्रदेश में अभी तक 15 साल से अधिक उम्र वाले 85 प्रतिशत स्कूली छात्र-छात्राओं ने कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण कराया है। करीब 15 प्रतिशत विद्यार्थियों ने अभी तक टीका नहीं लगवाया है। ऐसे में इन बच्चों को ऑनलाइन कक्षाएं ही लगानी पड़ेंगी। इन्हें स्कूलों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। विभिन्न स्थानों पर ऐसे बच्चों के लिए विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं ताकि वह टीकाकरण कराकर स्कूल में उपस्थिति दर्ज करा सकें। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर का कहना है कि पहली से नौंवी तक की कक्षाएं फिलहाल ऑनलाइन ही जारी रहेंगी। कोरोना के हालात को देखते हुए इन कक्षाओं को लेकर फैसला होगा। प्राइवेट स्कूलों द्वारा सभी कक्षाओं के स्कूल खोलने से जुड़े सवाल पर गुर्जर ने कहा कि हर किसी को सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन करने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। सभी शैक्षणिक संस्थानों में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य रहेगा।