सोनीपत, 28 अप्रैल (हप्र)
गांव लिवासपुर में एक दशक पहले अपनी पत्नी की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या करने के दोषी योगेश की भी अब निर्ममता से हथौड़े से वार कर हत्या की गई है।
वाक्या एक दशक पहले का है। जब पानीपत के गांव बबैल निवासी मंजीत ने 27 मार्च, 2014 को राई थाना पुलिस को बताया था कि उसकी बहन बबीता की हत्या कर दी गयी। उसकी बहन का शव घर के अंदर मिला था। उसके सिर में तेजधार हथियार से हमला करने के निशान थे और उसके गले को भी कपड़े से दबाया गया था। मंजीत ने अपने बहनोई योगेश पर हत्या का आरोप लगाया था। तब उन्होंने बताया था कि उनकी बहन बबीता की शादी वर्ष 2004 में गांव लिवासपुर निवासी जयभगवान से हुई थी। जिससे उनकी बहन को एक बेटा हुआ था। बाद में सड़क हादसे में जयभगवान की मौत होने पर बबीता की शादी जयभगवान के छोटे भाई योगेश से कर दी थी, जिससे उसकी एक बेटी भी हुई थी।
मंजीत ने आरोप लगाया था कि योगेश नशे का आदी है। वह नशे में उनकी बहन से मारपीट करता था और नशे के लिए पैसे की मांग करता था। 26 मार्च, 2014 की रात को योगेश ने बबीता की हत्या कर दी थी। उसे दो दिन बाद गिरफ्तार किया गया था। योगेश ने कुल्हाड़ी से अपनी पत्नी की हत्या करना स्वीकार किया था। उसे 29 अप्रैल, 2017 को उम्रकैद की सजा हुई थी।
आरोपियों ने कबूला, करता था परेशान
योगेश के भाई राकेश ने पुलिस को बताया है कि वह भाई की हत्या का पता लगते ही आरोपी मनोज व उसकी पत्नी से मिला था। उन्होंने वारदात को अंजाम देने की बात कबूलने के साथ कहा था कि उन्हें परेशान करता था। हालांकि वह कारण नहीं पूछ पाए। भाई के शव के पास गए तो आरोपी भाग निकले।