बहादुरगढ़, 5 जनवरी (निस)
चीन के साथ वर्ष 1962 में हुए युद्ध में शहीद हुए गांव जसौर खेड़ी निवासी शहीद लांस नायक सरदार सिंह के परिवार का संघर्ष कई सालों बाद काम आया है। मरणोपरांत वीर चक्र विजेता शहीद सरदार सिंह के नाम पर अब गांव के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का नामकरण होगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और सांसद डा. अरविंद शर्मा की सिफारिश पर स्कूल का नाम शहीद के नाम पर करने की स्वीकृति उपायुक्त ने दी है।
गांव जसौर खेड़ी निवासी शहीद सरदार सिंह के पौत्र रोमी तहलान ने बताया कि उनका जन्म 12 मई 1939 को हुआ था और 1956 में आर्मी इन्फेंट्री यूनिट 2 ग्रेनेडियर ज्वाइन की थी। चीन युद्ध के दौरान 20 अक्तूबर, 1962 को नेफा में ग्रेनेडियर्स बटालियन को पीछे हटने के लिए आदेश दिया गया, मगर लांस नायक सरदार सिंह अपने सेक्शन में कमांड करने में दूसरे स्थान पर थे। एक ताकतवर चीनी टुकड़ी नामकाचू नदी के विपरीत किनारे पर घात लगाए बैठी थी और उन्होंने पीछे हटने के रास्ते को बंद कर दिया। इसी दौरान सरदार सिंह एक चीनी शत्रु की गोली का शिकार हो गए। इनके साहस और वीरता को देखते हुए भारत सरकार ने मरणोपरांत उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया था।