ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 1 जुलाई
कैथल की नई अनाज मंडी में आयोजित एससीबीसी अल्पसंख्यक एकता सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता पूर्व सांसद राजकुमार सैनी ने कहा कि राजनीति उनका पेशा नहीं है। वह सिर्फ अंधविश्वास, पाखंड और भेदभाव के खिलाफ हैं।
सम्मेलन में भारत मुक्ति मोर्चा (भामुमो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम ने ब्राह्मण समाज को लेकर कथित अभद्र टिप्पणी की। जब वह बोल रहे थे उसी समय ब्राह्मण समाज के राजू डोहर, सुरेश बजरंगी कर्मवीर शर्मा खुराना, सुरेंद्र मालखेड़ी, प्रवीण सेगा के नेतृत्व में लोगों ने रैली स्थल पर विरोध शुरू कर दिया। विरोध के बाद एससीबीसी सम्मेलन में आए लोगों ने भी प्रतिरोध किया। दोनों ओर से एक दूसरे पर टीका-टिप्पणी शुरू हो गई। बताया जाता है कि इसके बाद मारपीट तक की नौबत आ गई। तभी एसएचओ सिटी, डीएसपी ललित यादव, अनाज मंडी चौकी इंचार्ज राजेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे और बीच बचाव किया। उसके बाद वामन मेश्राम स्टेज से नीचे उतरे और प्रोग्राम के बीच से ही चले गए।
इससे पहले मंच संचालन लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (लोसुपा) के जिला प्रधान रामपाल गुर्जर ने किया। सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि बाबा साहेब के पोते डा. भीमराव यशवंतराव अंबेडकर, भामुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम, दिल्ली के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम, दिल्ली के पूर्व मंत्री संदीप वाल्मीकि ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर महिला राष्ट्रीय प्रभारी राजबाला सैनी, प्रदेश अध्यक्ष राजेश पांचाल, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीपाल सैनी, युवा प्रदेश अध्यक्ष राजबीर कश्यप, प्रदेश मीडिया प्रभारी नरेश जांगड़ा खनौदा, महिला प्रदेशाध्यक्ष योगिता सैनी, जिलाध्यक्ष रामपाल गुर्जर, श्याम माण्डी, धर्मवीर सैनी, टेकचंद सैनी, करनैल कवारतन, तरसेम सजूमा, संजीव सजूमा, सत्यवान कश्यप, सुरेन्द्र कुशवाहा, सुषमा सफीदों समेत कई लोग मौजूद थे।