रेवाड़ी, 15 दिसंबर (निस)
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की मंगलवार को पुण्यतिथि पर कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने अपने कार्यालय में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर विद्रोही ने कहा कि सरदार पटेल का योगदान भारत की आजादी आंदोलन व देश के निर्माण में अविस्मरणीय है।
निधन के समय पटेल के खाते में थे केवल 260 रुपये
गोहाना (निस) : सरदार वल्लभभाई पटेल ने 562 रियासतों को खत्मकर पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोया, वे विश्व की पहली ऐसी महान शख्सियत थे जिन्होंने इतनी बड़ी संख्या में राज्यों के एकीकरण का काम किया। सरदार पटेल की पुण्य तिथि पर वार्ड 10 में आयोजित समारोह में मंगलवार को आजाद हिंद देशभक्त मोर्चा के संरक्षक आजाद सिंह दांगी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि उनके महान कार्य के कारण उन्हें भारत का बिस्मार्क और लौहपुरुष भी कहा जाता है। 15 दिसंबर 1950 को मुंबई में सरदार पटेल का निधन हो गया। उस दौरान उनके बैंक खाते में मात्र 260 रुपये मिले थे।
उनका जीवन संघर्ष का प्रतीक
हिसार (हप्र) : गुर्जर कल्याण सभा के तत्वावधान में मंगलवार को सरदार वल्लभ भाई पटेल भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता सभा के प्रधान राधाकृष्ण खटाणा ने की। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के सभी बिरादरियों के राष्ट्रीय एवं आदरणीय नेता थे। उनका जीवन संघर्ष का प्रतीक है।