अम्बाला शहर, 21 जुलाई (हप्र)
विश्व विख्यात अम्बाला के साइंस उद्योग को ड्रैगन अटैक से बचाने की संसद में गूंजी। अम्बाला के सांसद रतन लाल कटारिया ने इस मांग को विस्तार से संसद में उठाया और साइंस उद्योग को बचाने की मांग की है। उन्होंने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री का ध्यान अम्बाला के विज्ञान उद्योग की ओर दिलाते हुए अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि अम्बाला विज्ञान उपकरण व रक्षा उत्पादों को बनाने के लिए विश्व विख्यात है। उन्होंने बताया कि माइक्रोस्कॉप, गिलास वेयर, फिजिक्स व अन्य उपकरण यहां बनाए जाते है। उन्होंने संसद में बताया कि अग्नि-5 में भी अम्बाला विज्ञान उद्योग के एक कारोबारियों ने कुछ पुर्जे बनाए हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर 3 हजार के लगभग इकाइयां कार्य कर रही है जिनकी सालाना टर्न ओवर 1500 करोड़ रुपये के लगभग है। कटारिया ने संसद में कहा कि चीन द्वारा भारत के अधिकतर इलेक्ट्रॉनिक्स व्यापार पर कब्जा करने के बाद चीन ने अम्बाला के विश्व विख्यात 45 प्रतिशत विज्ञान उद्योग पर भी कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि अम्बाला के विज्ञान उद्योग को प्रशिक्षित लेबर उपलब्ध ना करवाई गयी और चीन से आने वाले माल पर रोक नहीं लगाई गई तो हजारों लोगों को रोजगार देने वाला यह उद्योग तबाह हो जाएगा।
कॉमन फैसिलिटी सेंटर बने
इस उद्योग के लिए आज सरकार द्वारा अम्बाला के विज्ञान उद्योग से जुड़े उद्यमियों की मार्केटिंग और मैन्युफेक्चरिंग का एक मजबूत तरीका उन्नत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यहां पर एक बड़ा कॉमन फैसिलिटी सेंटर बनाये जाने की भी आवश्यकता है। यहां पर पहले टूल रूम और एक डीडीसी की स्थापना की गयी थी जिसे आज बंद कर दिया गया है। सरकार अम्बाला के विज्ञानं उद्योग को ड्रैगन अटैक से बचाए और उचित कदम उठाए।