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Samalkha News श्रीश्याम फाल्गुनोत्सव का रंगारंग आगाज : फूलों की वर्षा, लट्ठमार होली और भजनों की गूंज से भक्त हुए श्याममय

विनोद लाहोट/निस समालखा, 16 फरवरी Samalkha News फाल्गुन का महीना, श्याम बाबा की भक्ति और होली का रंग... जब ये तीनों एक साथ मिलते हैं, तो नज़ारा दिव्य हो जाता है। समालखा की नई अनाज मंडी में श्रीश्याम बाबा सेवा...
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विनोद लाहोट/निस

समालखा, 16 फरवरी

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Samalkha News फाल्गुन का महीना, श्याम बाबा की भक्ति और होली का रंग... जब ये तीनों एक साथ मिलते हैं, तो नज़ारा दिव्य हो जाता है। समालखा की नई अनाज मंडी में श्रीश्याम बाबा सेवा मंडल द्वारा आयोजित 21वें फाल्गुनोत्सव का आगाज एक भव्य संकीर्तन के साथ हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने भक्ति और उल्लास की अनूठी दुनिया में कदम रखा।

इस पावन अवसर पर भजन सम्राट वृंदावन वासी मुरली मनोहर शरण की संगीतमयी प्रस्तुति ने समालखा को ब्रजधाम में बदल दिया। जैसे ही उन्होंने होली का भजन "आज ब्रज में होली है रसिया..." गाना शुरू किया, पूरा पंडाल झूम उठा।

सबसे पहले उन्होंने चमेली के फूलों की वर्षा कर फूलों की होली खेली। फिर लट्ठमार होली के दौरान भक्तों ने पूरे उत्साह से इस पारंपरिक रंग को जीया। लेकिन असली रोमांच तब आया जब उन्होंने लड्डू होली खेलनी शुरू की—जहां भक्तगण भक्ति में सराबोर होकर एक-दूसरे को प्रेमपूर्वक लड्डू खिलाने लगे।

सोनी सिस्टर्स और निशा गोविंद शर्मा की प्रस्तुति से झूमे श्रद्धालु

संगीत और भक्ति का यह सिलसिला यहीं नहीं रुका। दिल्ली से आई सोनी सिस्टर्स ने जब "श्याम तेरा नाम लेते ही..." जैसे भजन गाने शुरू किए, तो माहौल भक्तिरस में डूब गया। जयपुर की भजन सम्राज्ञी निशा गोविंद शर्मा ने अपनी सुमधुर वाणी से ऐसा समां बांधा कि श्रद्धालु खुद को रोक नहीं सके और झूमते नजर आए।

खाटू श्याम दरबार की भव्यता ने मोहा मन

नई अनाज मंडी में चुलकाना/खाटू वाले श्याम बाबा का दरबार विशेष रूप से सजाया गया, जिसकी भव्यता हर किसी को मोहित कर रही थी। भक्तों ने बाबा के चरणों में शीश नवाकर आशीर्वाद लिया।

छप्पन भोग, चरण पादुका सेवा और भक्तों के सम्मान

सांझ ढलते ही भक्तों की संख्या बढ़ती गई और रातभर संकीर्तन चलता रहा। "जय श्री श्याम" और "श्याम प्यारे की जय" के गगनभेदी जयकारों से पूरा समालखा श्याममय हो उठा। श्याम बाबा की महिमा के अनुरूप छप्पन भोग की सेवा श्रद्धालुओं को अर्पित की गई। अग्रवाल भाजी व श्रीश्याम रसोई द्वारा प्रसाद वितरण किया गया, जबकि श्रीश्याम सेवा परिवार ने चरण पादुका सेवा संभाली। आयोजन में आए गणमान्य अतिथियों और भजन गायकों को पटका पहनाकर सम्मानित किया गया।

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