गुरु ग्रंथ साहिब में संकलित हैं संत नामदेव के शब्द : नायब
संत नामदेव जयंती पर हिसार के गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित प्रदेश स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि संत शिरोमणि नामदेव जी महाराज के शब्द इतने महान थे कि उनके शब्द गुरु ग्रंथ साहिब में भी संकलित हैं। मुख्यमंत्री ने समाज की मांगों पर कहा कि प्रदेश के एक सरकारी संस्थान का नाम संत शिरामणि संत नामदेव के नाम पर रखा जाएगा। धर्मशालाओं के नवीनीकरण के लिए 31 लाख रुपये और सोलर पैनल लगवाने के लिए 20 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की। इस दौरान हिसार की विधायक सावित्री जिंदल ने भी समाज को ढाई लाख रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की। इससे पहले हिसार पहुंचने पर मुख्यमंत्री का नामदेव समाज की ओर से स्वागत किया गया।
मनीराम कोहली, प्रताप वर्मा, सतबीर वर्मा ने मुख्यमंत्री को पगड़ी पहनाई। समारोह में कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा, विधायक सावित्री जिंदल, पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, डॉ. कमल गुप्ता, मेयर प्रवीण पोपली, गुजविप्रौवि कुलपति नरसीराम बिश्नोई, लुवास कुलपति प्रोफेसर विनोद कुमार वर्मा, नामदेव चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन प्रताप वर्मा भी उपस्थित थे। पिछड़ा वर्ग के पूर्व चेयरमैन सतबीर वर्मा ने मांग पत्र प्रस्तुत किया। मंच संचालन मास्टर अंबिका प्रसाद ने किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर हरियाणा सरकार की कई योजनाओं का जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस ने 100 गज के प्लॉट देने की घोषणा की जबकि उनका कब्जा व रजिस्ट्री भाजपा सरकार ने दी और उसको प्रधानमंत्री आवास योजना से भी जोड़ा।
कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पिछड़ा वर्ग के पदों पर योग्य व्यक्ति ना मिलने पर रिक्त छोड़ दिए थे और अब मैरिट के आधार पर नौकरी मिल रही है तो इस समाज के युवा एचसीएस तक की परीक्षाएं पास करके नौकरी लग रहे हैं। आज कोई पद रिक्त नहीं गया है और कई तो जनरल वर्ग में भी अपना स्थान बनाते हैं।
संत ने किया जातिवाद, छुआछूत मिटाने का काम...
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि संत नामदेव हर व्यक्ति में ईश्वर का अंश देखते थे और इसी भाव से समाज में फैली जातिवाद, छुआछूत व असमानता को मिटाने का काम किया है। संत नामदेव ने कहा था कि सब तै उपाई, भ्रम भुलाई, जिस तू देवी, सब तै उपाई, भ्रम भुलाई, जिस तू देवी। संत नामदेव जी की यह रचना गुरु ग्रंथ साहिब में संकलित है, जिसका अर्थ है कि ईश्वर ही सब कुछ पैदा करने वाला है, जिसने भ्रम (अज्ञान) को दूर किया है, और जिस व्यक्ति को वह देता है, उसी को वह ज्ञान भी देता है, और इस प्रकार व्यक्ति हरि (ईश्वर) की सेवा में लीन हो जाता है।
