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सैनी की कैबिनेट, हुड्डा-राव की रणनीति और चौटाला का हल्ला बोल

हरियाणा की सियासत का आज ‘सुपर मंडे’
सीएम नायब सिंह सैनी। -फाइल चित्र
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तीन नवंबर हरियाणा की सियासत का संभवत: सबसे गरम दिन बनने जा रहा है। जहां एक ओर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अपनी कैबिनेट के साथ फैसलों की टेबल पर होंगे, वहीं दूसरी तरफ भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राव नरेंद्र सिंह कांग्रेस की रणनीति तय करेंगे। उधर, इनेलो राज्यभर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर मैदान में उतरने की तैयार में है। सत्ता, विपक्ष और आंदोलन- तीनों मोर्चे सोमवार को हरियाणा का सियासी पारा चढ़ाने वाले हैं। यह हरियाणा की राजनीति का ‘सुपर मंडे’ साबित हो सकता है। जहां एक दिन में सत्ता के फैसले, विपक्ष की रणनीति और आंदोलन तीनों एक साथ अपना असर छोड़ेंगे।

कैबिनेट बैठक पर सभी की नजर

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में राज्य मंत्रिमंडल की अहम बैठक होगी। इसमें विधानसभा के शीतकालीन सत्र पर चर्चा हो सकती है। साथ ही विभिन्न विभागों से जुड़े नीतिगत प्रस्तावों पर भी मुहर लग सकती है। सीएमओ और मुख्य सचिव कार्यालय के अधिकारी बैठक की तैयारियों में जुटे हैं। सरकार इस मीटिंग के जरिये आने वाले महीनों के लिए अपनी कार्ययोजना और प्राथमिकताएं तय करना चाहती है। राजनीतिक हलकों में इसे सैनी सरकार की ‘स्ट्रेटेजिक कैबिनेट मीटिंग’ कहा जा रहा है, जहां नीतियों के साथ-साथ सियासी संतुलन भी साधा जाएगा।

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सत्र से पहले विपक्ष का सियासी एकीकरण

इसी दिन कांग्रेस खेमे में भी सियासी हलचल अपने चरम पर रहेगी। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में सोमवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। यह बैठक खास इसलिए है, क्योंकि हुड्डा के नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद यह पहली औपचारिक बैठक होगी। इसमें विधायक अपने हलकों के मुद्दे और जनता से जुड़े सवाल उठाएंगे, जिन पर विधानसभा सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति तय होगी। हुड्डा इस बैठक में यह संदेश देना चाहते हैं कि कांग्रेस अब विपक्ष में रहकर भी सक्रिय, सजग और आक्रामक भूमिका निभाने को तैयार है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक पार्टी के भीतर एकता और तालमेल का भी प्रदर्शन होगी, जहां हुड्डा अपने नेतृत्व में विधायकों को एकजुट करने की कोशिश करेंगे।

राव नरेंद्र सिंह की संगठनात्मक कवायद

कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह भी अपनी सियासी तैयारी दिखाएंगे। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, चंडीगढ़ में जिलाध्यक्षों की बैठक बुलाई है। इसमें वह जिलाध्यक्षों से ‘टास्क रिपोर्ट्स’ लेंगे और संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने की दिशा तय करेंगे। कहा जा रहा है कि राव इस बैठक में जिलाध्यक्षों को नयी जिम्मेदारियां सौंपेंगे और पार्टी को जमीनी स्तर पर एक्टिव करने की रूपरेखा साझा करेंगे।

लंच बनेगा एकता का मंच

राजनीतिक बैठकों के बीच कांग्रेस में एक और दिलचस्प पहलू रहेगा। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास पर लंच मीटिंग का आयोजन किया गया है, जिसमें कांग्रेस के विधायकों, जिलाध्यक्षों, पूर्व सांसदों-विधायकों और वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया है। इस लंच में पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी बीके हरिप्रसाद व प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह दोनों सह-प्रभारी भी मौजूद रहेंगे। यह कार्यक्रम महज लंच नहीं, बल्कि राजनीतिक समरसता और सामंजस्य का प्रतीक माना जा रहा है। माना जा रहा है कि हुड्डा इस लंच के जरिये ‘एकजुट कांग्रेस’ के संदेश के साथ खुद की ताकत भी दिखाएंगे।

सड़कों पर उतरेगी चौटाला की फौज

तीन नवंबर को तीसरा मोर्चा इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) संभालेगी। अभय सिंह चौटाला के निर्देश पर पार्टी कार्यकर्ता 22 जिलों में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। अभय सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं की जिलावार ड्यूटी लगाई जा चुकी है। प्रदर्शन का फोकस किसानों की समस्याओं, फसलों के दाम, जलभराव, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था के मुद्दों पर रहेगा। इनेलो नेताओं का कहना है कि यह आंदोलन जनता की आवाज को सशक्त करने के लिए है। पार्टी इसे जनता बनाम सरकार की लड़ाई की शुरुआत मान रही है।

 

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