Safe House सेफ हाउस में भी असुरक्षित प्यार: पुलिस की निगरानी में परिजनों का दबाव !
असीम राव/हप्र
नारनौल, 12 अप्रैल
लव मैरिज करने वाले प्रेमी जोड़ों के लिए बनाए गए 'सेफ हाउस' अब खुद असुरक्षा के प्रतीक बनते जा रहे हैं। नारनौल में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक प्रेमी जोड़ा पुलिस सुरक्षा में होने के बावजूद परिजनों के दबाव और पुलिस की लापरवाही से त्रस्त है।
भिवानी निवासी यह जोड़ा 21 मार्च को घर से भागकर कोर्ट मैरिज कर चुका है। लड़की के परिजनों ने 29 मार्च को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई, जिसके बाद 8 अप्रैल को दोनों ने जान का खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई।
पुलिस लाइन स्थित सेफ हाउस में दाखिल होने के बाद लड़की को महसूस हुआ कि यहां भी वह सुरक्षित नहीं है। आरोप है कि लड़की की बुआ को सेफ हाउस के भीतर भेजा गया, जहां उसने शादी तोड़ने का दबाव बनाया। लड़की ने साफ कहा, “पहले तो सुरक्षित महसूस हुआ, लेकिन अब लगता है यहां कोई सुरक्षा नहीं है।”
युवती ने यह भी आरोप लगाया कि तीन महिला पुलिसकर्मियों ने उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर पति को छोड़ने का दबाव बनाया। वहीं, सेफ हाउस में न सीसीटीवी कैमरे हैं, न ही उचित व्यवस्था—दो छोटे कमरों में दस जोड़े रहने को मजबूर हैं।
अनदेखी हुई उजागार
2012 में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने ऐसे जोड़ों की सुरक्षा के लिए अलग कमरे और सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित करने के आदेश दिए थे, लेकिन इस मामले ने उन आदेशों की अनदेखी को उजागर कर दिया है। एसपी पूजा वशिष्ठ का कहना है कि युवती ने किसी को मिलने की अनुमति नहीं दी थी, लेकिन आरोपों की जांच की जा रही है।