अम्बाला शहर, 20 जून (हप्र)
हरियाणा ग्रामीण चौकीदार सभा की जिला इकाई ने आज अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और बाद में नगराधीश के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक मांगपत्र भेजा। यूनियन के जिला प्रधान बाबू राम और सचिव अजीत कुमार के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए चौकीदार उपायुक्त कार्यालय के समक्ष पहुंचे। ग्रामीण चौकीदारों ने कहा कि वे पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार को समय समय पर बताते रहे हैं लेकिन सरकार ने कोई कदम समस्याओं को निपटाने के लिए नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा का ग्रामीण चौकीदार दलित व पिछड़े वर्ग से हैं। पिछले 4 वर्ष से इनके मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। महंगाई के इस जमाने में 7 हजार रुपये में गुजारा करना बहुत मुश्किल है।
ज्ञापन में मुख्य रूप से मांग की गई कि ग्रामीण चौकीदारों को पक्का किया जाए, जब तक पक्के नहीं होते तब तक 24 हजार न्यूनतम वेतन दिया जाए। चौकीदारों के वेतन को महंगाई भत्ते से जोड़ा जाए तथा प्रत्येक 6 माह में महंगाई भत्ता दिया जाए। हरियाणा सरकार ने ग्रामीण चौकीदारों को ईपीएफ के तहत कवर करने की घोषणा की है जिसको तुरंत लागू किया जाए और चौकीदारों को सफाई कर्मचारियों की तर्ज पर बीडीपीओ ब्लॉक को इकाई मानकर चौकीदारों को इंपीएफ में कवर किया जाए। ग्रामीण चौकीदारों को ईएसआई के दायरे में लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जाए। कोरोना महामारी की चपेट में आने से मौत होने पर 20 लाख बीमा राशि व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए व ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की तरह दुर्घटना में मौत होने पर 5 लाख तथा बीमारी से मौत होने पर 2 लाख रुपये बीमा दिया जाए। इसके अलावा भी कई मांगों का जिक्र ज्ञापन में किया गया है। इस मौके पर अनेक नेता व ग्रामीण चौकीदार मौजूद रहे।