हिसार, 22 अगस्त (हप्र)
ओवरलोडिड वाहन का चालान कर उसको बस स्टैंड पर खड़ी करने पर बरवाला बस स्टैंड प्रभारी ने आरटीए (क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण) कार्यालय की टीम के साथ न सिर्फ अभद्र व्यवहार कर मारपीट की बल्कि बस से टक्कर मारकर 4 कर्मचारियों को घायल कर दिया। इस घटना में सिपाही संदीप, सेवादार जितेंद्र, सुधीर, चालक संदीप घायल हो गये।
इस बारे में बरवाला थाना पुलिस ने क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण कार्यालय के परिवहन निरीक्षक कृष्ण सिंह की शिकायत पर बरवाला बस स्टैंड प्रभारी संदीप पूनिया के अलावा उसके साथी सातरोड गांव निवासी जितेंद्र, चंद्रभान, महम निवासी संदीप, बिजेंद्र, मुजादपुर गांव निवासी संदीप, दिलबाग, सिरसा निवासी सुधीर व राजेंद्र के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 186, 279, 307, 332, 337, 353 व 427 के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस को दी शिकायत में उन्होंने बताया कि वह सिपाही संदीप, चालक संदीप, अश्विनी व सेवादार जितेंद्र उर्फ जीतू, सुधीर के साथ बरवाला बाईपास पर अवैध वाहनों की जांच कर रहा था। इसी दौरान रात 9 बजे एक ओवरलोडिड गाड़ी का चालान किया।
इसके बाद गाड़ी को बरवाला बस स्टैंड पर खड़ी कर दिया और उसके कागजात वहां पर तैनात कर्मचारी को दे दिए।
थोड़ी देर बाद बरवाला बस अड्डा प्रभारी सुरेश कुमार पूनिया व छह-सात अन्य व्यक्ति शराब के नशे में धुत होकर आये और कहा कि बस स्टैंड पर गाड़ी किसके आदेश पर खड़ी की है। यहां का इंचार्ज मैं हूं और फिर गाली-गलौच शुरू कर दी। जब उनको कहा कि चालान करने के बाद प्रतिदिन गाड़ियां यहीं पर खड़ी की जाती हैं। इसके बाद उन्होंने पूरी टीम के साथ मारपीट कर अभद्र व्यवहार किया।
‘बस पेड़ से न टकराती तो सभी मारे जाते’
आरटीए कार्यालय की टीम के सभी कर्मचारी अपने वाहन में बैठकर जाने लगे तो बरवाला बस अड्डा प्रभारी सुरेश पूनिया व उसके साथी बस स्टैंड पर खड़ी बस में सवार हो गये और तेज गति से बस से हमारी गाड़ी को पीछे से टक्कर मारी और गाड़ी को धकेलते हुए आगे ले गये। बाद में बस बड़ के पेड़ से टकराई और हमारी गाड़ी साइड में चली गयी। यदि ऐसा नहीं होता तो उक्त सभी सभी को जान से मार देते।
केस दर्ज, आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं
घटना में सेवादार जितेंद्र, सुधीर, सिपाही संदीप, चालक संदीप घायल हो गये जबकि सुरेश व अन्य साथ बस को वहीं पर छोड़कर उससे उतर कर भाग गये। घटना के बाद घायलों को उपचार के लिए बरवाला सीएचसी में दाखिल करवाया गया। मामले की जांच सब इंस्पेक्टर सुरेश कुमार को सौंप दी है, लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।