पानीपत, 3 जुलाई (निस)
पानीपत के सामाजिक कार्यकर्ता जोगेंद्र स्वामी ने पानीपत के सेक्टर 6 में खसरा नंबर 720 की सैकड़ों करोड़ रुपये की भूमि को कुछ लोगों द्वारा अधिकारियों से मिलीभगत करके अपने नाम रजिस्ट्री व इंतकाल करवाने की शिकायत पिछले माह एचएसवीपी के अधिकारियों को की थी। इस पर हूडा प्रशासक रोहतक ने पिछले माह 28 जून को इस सारे मामले की जांच करने को लेकर एचएसवीपी की विजिलेंस को पत्र लिखा था।
वहीं अब एचएसवीपी के सीए पंचकूला द्वारा एलएओ रोहतक द्वारा दी गई रिपोर्ट और संपदा अधिकारी पानीपत द्वारा प्रस्तुत की गई प्रारम्भिक रिपोर्ट के आधार पर एडीयूई कम प्रशासक एचएसवीपी रोहतक को इस सारी भूमि की जांच करने के निर्देश दिये हैं। वहीं भूमि अर्जन अधिकारी रोहतक और संपदा अधिकारी पानीपत को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि एचएसवीपी द्वारा अर्जित भूमि के संबंध में कोई एनओसी न जारी की जाये।
वहीं खसरा नंबर 720 में पड़ने वाली अधिग्रहित भूमि को एचएसवीपी को सौंप दिया जाये। हालांकि संपदा अधिकारी पानीपत ने एचएसवीपी की अधिग्रहित भूमि के गलत तरीके से निजी व्यक्तियों के पक्ष में दर्ज किये गये इंतकाल आदि को रद्द करने, एचएसवीपी के पक्ष में उस भूमि का स्वामित्व बहाल करने और कब्जा लेने के लिये भूमि का सीमांकन करने के लिये तहसीलदार पानीपत को लिखा गया है। यह भूमि सेक्टर 6 में ग्रीन बेल्ट बनाने तथा सर्विस रोड बनाने को लेकर है।
इस बारे में एचएसवीपी पानीपत के ईओ विजय राठी ने बताया कि खसरा नंबर 720 की भूमि की मुख्य प्रशासक पंचकूला द्वारा जांच करने के आदेश दिये गये हैं। ईओ ने बताया कि इस सारे मामले में सीए पंचकूला की तरफ से ब्यान भी जारी किया गया है। पानीपत कार्यालय द्वारा भी इस मामले में तहसीलदार पानीपत को लिखा गया है।