रोहतक के डीएसओ निलंबित, पूरे प्रदेश में सुरक्षा ऑडिट शुरू
दो खिलाड़ियों की मौत के बाद प्रदेश सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए रोहतक के जिला खेल अधिकारी को निलंबित कर दिया और लाखनमाजरा की बास्केटबॉल नर्सरी को बंद कर दिया है।
रोहतक में अभ्यास के दौरान पोल गिरने से राष्ट्रीय खिलाड़ी हार्दिक की मौत हुई थी, जबकि बहादुरगढ़ में घायल खिलाड़ी अमन मंगलवार रात पीजीआई रोहतक में चल बसा। इन घटनाओं के बाद प्रदेशभर में खेल सुरक्षा व्यवस्था की व्यापक जांच शुरू कर दी गई है। कई जिलों से प्रारंभिक रिपोर्टें मिली हैं जिनमें संरचनात्मक खामियों, पुराने उपकरणों और निगरानी की कमी जैसे मुद्दे सामने आए हैं। आदेश में साफ किया गया है कि कोई भी अधिकारी यह मानकर नहीं चलेगा कि पुराना उपकरण अभी भी प्रयोग योग्य है। यदि किसी परिसर में ऐसे उपकरणों की वजह से किसी खिलाड़ी को चोट आती है तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी या प्रभारी की मानी जाएगी।
सरकार की त्वरित कार्रवाई
- रोहतक के डीएसओ निलंबित, जिम्मेदारी तय करने के निर्देश।
- लाखनमाजरा नर्सरी बंद, सभी नर्सरियों की संरचनात्मक जांच अनिवार्य।
- पुराने और असुरक्षित उपकरणों के उपयोग पर रोक, जोखिमपूर्ण सामग्री तुरंत हटाने के आदेश।
- 24 घंटे में पूरे प्रदेश से उपकरण और ढांचागत स्थिति की रिपोर्ट मांगी गई।
- आवश्यकतानुसार त्वरित मरम्मत और खराब उपकरणों के निस्तारण के निर्देश।
- निर्माण एजेंसियों, लोक निर्माण विभाग और खेल एवं शारीरिक फिटनेस प्राधिकरण के साथ फास्ट ट्रैक समन्वय।
- 28 नवंबर को पंचकूला में सभी जिला खेल अधिकारियों की विशेष बैठक बुलाई गई है।
- सभी जिलों में खेल परिसरों का फिजिकल वेरिफिकेशन शुरू, सुरक्षा खामियों की रिपोर्ट तलब। सरकार मामले में एक्शन मोड में है।
पुनरावृत्ति स्वीकार्य नहीं : गौतम
खेल राज्यमंत्री गौरव गौतम ने कहा कि प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को सुरक्षित और बेहतर खेल सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। हाल ही में प्रशिक्षण के दौरान दो खिलाड़ियों की दुखद मृत्यु पर उन्होंने गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने सभी खेल परिसरों के भवनों और उपकरणों का तत्काल निरीक्षण, जर्जर ढांचे के उपयोग पर रोक और त्वरित मरम्मत के निर्देश जारी किए हैं।
