यमुनानगर, 10 जुलाई (हप्र)
अपनी मांगों के समर्थन में सोमवार को आरएमपी एवं अनुभवी चिकित्सक एसोसिएशन ने प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया और सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।
जिले में भारी बारिश के बावजूद भारी संख्या में आरएमपी अनाजमंडी में इकठ्ठा हुए और एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. ऋषिपाल सैनी की अगुवाई में मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम अमित गुलिया को एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया कि हरियाणा हेल्थकेयर बोर्ड में डॉ ऋषिपाल सैनी का कार्यकाल 30 अप्रैल 2020 को पूरा हो गया था, इसके बाद से बोर्ड का कोई भी रजिस्ट्रार नियुक्त नहीं हुआ और न ही कोई स्टॉफ है। इसलिए हेल्थ केयर बोर्ड का दोबारा चेयरमैन नियुक्त किया जाये। इसके साथ ही पुराने स्टाफ को बहाल कर रजिस्ट्रार की नियुक्ति करें ताकि बोर्ड का काम सुचारू रूप से चल सके। तुरंत प्रभाव से किसी एचओ या एएमओ को रजिस्ट्रार नियुक्त किया जाए। इस मौके पर डॉ ऋषिपाल सैनी ने कहा कि पूर्व में बोर्ड में जो नियम एक्ट के आधार पर पास किए थे उनको सरकार अपनी कैबिनेट में पास करके दोबारा हेल्थ केयर वर्कर बोर्ड को भेजे, ताकि बोर्ड में सूचीकरण का काम शुरू हो सके।
उन्होंने कहा कि हरियाणा स्वास्थ्य कर्मकार विधेयक-2004 की सैक्शन 12 के तहत किसी भी यूनिवर्सिटी या बोर्ड या काउंसिल से पंजीकृत सदस्य को ट्रेनिंग से छूट देकर उनको तुरंत सूचिकृत किया जाए। अनरजिस्टर्ड स्वास्थ्य मित्रों को सरकार चाहे तो छह महीने की ट्रेनिंग दे या किसी भी रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर से पांच साल का अनुभव प्रमाण-पत्र के आधार पर भी सूचिकृत किया जा सकता है।
इस अवसर पर डॉ.जरनैल सिंह कालिया, डॉ. कुलदीप, डॉ. देशराज,डॉ यशपाल, डॉ.निर्मल सदोरा, डॉ. दिनेश, डॉ.मनोज शर्मा, डॉ सुरेश डॉ. समय सिंह, डॉ. रामकुमार , डॉ. मायाराम, डॉ. सुलेमान, डॉ. राजबीर मौजूद रहे।
कुरुक्षेत्र में भी सौंपा मेमोरेंडम
कुरुक्षेत्र (हप्र) : आरएमपी एसोसिएशन से संबंधित डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर डीसी को ज्ञापन सौंपा। जिला प्रधान डा. जसवंत सिंह सिंगरोहा ने बताया कि एसोसिएशन की मांग है कि आरएमपी एसोसिएशन को सूचीकृत अथवा रजिस्टर्ड किया जाए। आरएमपी पर छापेमारी को बंद किया जाए और उन्हें परेशान न किया जाए। हेल्थ केयर बोर्ड गठित किया जाए इसमें नये चेयरमैन लगाया जाए। हेल्थ केयर बोर्ड के नए सदस्य नियुक्त किये जायें। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र जॉन प्रभारी धर्मवीर राई, महेंद्र मथाना, पवन खेरा, हरबंस सिंह चट्ठा सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।