बेरोजगारी के बढ़ते आंकड़े युवाओं के भविष्य पर प्रश्नचिह्न : सैलजा
मीडिया को जारी बयान में सैलजा ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री ने हर वर्ष दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था। अगर 2014 से अब तक हर साल दो करोड़ नौकरियां दी गई होती, तो 11 वर्षों में देश के 22 करोड़ युवाओं को रोजगार मिल चुका होता। आज बेरोजगारी जैसी कोई समस्या नहीं रहती। न केवल बेरोजगारी समाप्त होती बल्कि भारत एक विकसित राष्ट्र की ओर अग्रसर होता। सैलजा ने कहा कि केंद्र सरकार को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए कि अब तक कितने करोड़ युवाओं को वास्तव में नौकरी दी गई है। क्या सरकार नेताओं के झूठे वादों से गुमराह करने की जिम्मेदारी लेगी। सच्चाई तो ये है कि देश का युवा आज सबसे बड़ा पीड़ित है। रोजगार नहीं, महंगाई और भ्रष्टाचार चरम पर हैं। ऐसे में जुमलों की राजनीति नहीं, जमीनी परिणाम चाहिए। कुमारी सैलजा ने आश्वासन दिया कि कांग्रेस युवाओं के हक की लड़ाई हर मंच पर लड़ेगी और उनकी आवाज को दबने नहीं देगी।