जींद (जुलाना), 25 अप्रैल (हप्र)
जुलाना कस्बे के मुख्य बाजार में बृहस्पतिवार को कुछ लोग एक गाड़ी में प्रचार के साथ 29 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से चावल बेचने पहुंचे। देखते ही देखते दुकानदारों ने सस्ते दरों पर चावल लेना शुरू कर दिया। सूचना पाकर जुलाना पुलिस मौके पर पहुंची और गाड़ी को काबू किया लेकिन जांच के बाद छोड़ दिया। रोहतक के एक राइस मिल की गाड़ी बृहस्पतिवार को जुलाना कस्बे के मुख्य बाजार में 29 रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से चावल बेच रही थी। गाड़ी के ऊपर लाउडस्पीकर लगाया गया था, जिसमें प्रचार किया जा रहा था कि भारत सरकार द्वारा सस्ते दामों पर दिया जा रहा चावल। 10 किलोग्राम का बैग केवल 290 रूपये में दिया जा रहा था। सस्ते भाव के चावल के प्रचार को सुनकर दुकानदारों में चावल खरीदने की होड़ लग गई। दुकानदारों ने बताया कि कुछ देर बाद चावल को ब्लैक में भी बेचा जाने लगा। एक बैग 290 रुपये की जगह 350 रुपये में दिया जाने लगा। गाड़ी की दोनों साइड उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय का लोगो, बैनर भी लगाया गया था। बताया जाता है कि गाड़ी पर जो लाउड स्पीकर लगाया गया है, उसकी प्रशासनिक स्वीकृति भी नहीं थी।
चुनाव आयोग संज्ञान लें : परमेंद्र ढुल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं जुलाना के पूर्व विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने कहा कि भाजपा चुनाव हार रही है। इस लिए चुनाव के दौरान जनता को बरगलाने के लिए इस प्रकार के हथकंडे अपना रही है। यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। चुनाव आयोग को इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए। डीसी जींद इमरान रजा ने कहा कि गाड़ी पर जो लाउडस्पीकर लगाया गया था जिसकी स्वीकृति नहीं थी।
इस मामले को लेकर नेफेड के अधिकारियों से बात की गई। उन्होंने बताया कि भारत सरकार का उपक्रम है,जिसके तहत चावल को 29 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जा रहा है। गाड़ी के कागजात की चैकिंग के बाद गाड़ी को छोड़ दिया गया है। चालक ने सभी दस्तावेज दिखाए जोकि दुरूस्त मिले।
–नवीन मोर, थाना प्रभारी जुलाना