करनाल, 12 फरवरी (हप्र)
सरकार ने फिर से चावल मिल मालिकों पर शिकंजा कस दिया है। जिले में 9 टीमें गठित की जाएंगी, जोकि मिलों की फिजीकल वेरिफिकेशन करेंगी।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने शुक्रवार को लघु सचिवालय के सभागार में कहा कि राईस मिलों को मिलिंग के लिए केन्द्रीय पूल में दी जाने वाली धान का अब फिजीकल वेरिफिकेशन किया जाएगा। जिले के जिन मिलों को मिलिंग के लिए धान दी गई है, उन्हें मिलिंग के रूप में नॉर्मस के अनुसार केन्द्रीय पूल में वापस दी जाती है परंतु कुछ मिलर्स समय पर मिलिंग नहीं करते जिसके कारण वह समय पर केन्द्रीय पूल में चावल नहीं जमा करते, इसकी जांच के लिए जिले में 9 टीमें बनाई जा रही हैं। यह टीमें मिलों में जाकर गहनता से जांच करेंगी।
टीमों में कार्यकारी अभियंता व खाद्य आपूर्ति विभाग के दो निरीक्षक भी शामिल रहेंगे। टीम को 17 फरवरी तक वेरिफिकेशन करके रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दे दिए गए हैं।