तरुण जैन
रेवाड़ी, 23 जुलाई
जहरीले कीट के काटने से 10वीं कक्षा के एक छात्र की हुई मौत के बाद ग्रामीणों ने शनिवार को स्कूल पहुंचकर जमकर बवाल व हंगामा करते हुए स्कूल को ताला जड़ दिया। छात्र को रोहतक पीजीआईएमएस में दाखिल कराया गया था, जहां उसकी मौत के बाद ग्रामीण भड़क गए। छात्र की मौत को लेकर ग्रामीणों ने जहां स्कूल स्टाफ पर लापरवाही के आरोप लगाए, वहीं स्टाफ ने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। इधर, डरे हुए बच्चों ने स्कूल जाने से इनकार कर दिया। हंगामे की सूचना पाकर भारी पुलिस मौैके पर पहुंच गई।
यह मामला जिला के गांव आशियाकी गौरावास स्थित शहीद पृथ्वी सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का है। इसी गांव का 16 वर्षीय हर्ष 10वीं कक्षा में पढ़ता था। शुक्रवार को लंच टाइम पर कक्षा में ही उसे अचानक जहरीले कीट ने काट लिया। उसने इस बारे में स्कूल स्टाफ व अपने साथियों को बताया। बताया गया है कि मामले को हल्का-फुल्का समझ स्कूल स्टाफ ने इस पर ध्यान नहीं दिया। मौके पर मौजूद छात्रों ने कहा कि दोपहर 12:30 बजे के करीब प्राचार्य बाइक पर सवार होकर जब स्कूल से निकल रहे थे तो उन्हें भी हर्ष के केस की जानकारी दी गई। लेकिन आरोप है कि उन्होंने भी परवाह नहीं की और स्कूल से चले गए।
तकलीफ बढ़ने पर हर्ष अपने घर पहुंचा और परिजनों को किसी कीट द्वारा काटे जाने की जानकारी दी। परिजन तुरंत उसे रेवाड़ी के ट्रॉमा सेंटर लेकर आए, जहां हालत गंभीर होने पर उसे रोहतक रेफर कर दिया गया। लेकिन बीती रात को उपचार के दौरान हर्ष ने दम तोड़ दिया। छात्र की मौत की खबर जब ग्रामीणों को मिली तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण व महिलाएं स्कूल पहुंची और वहां मौजूद स्टाफ को खरी-खोटी सुनाते हुए स्कूल के मुख्य गेट को ताला जड़ दिया। उन्होंने स्कूल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर मौजूद हर्ष के पिता शंकर ने कहा कि हर्ष को जब कीट ने काटा तो उसे घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी स्कूल स्टाफ ने नहीं निभाई। उसका बेटा चला गया है, लेकिन उसे इंसाफ चाहिए।
ग्रामीणों ने कहा कि वर्षा का मौसम होने के कारण स्कूल परिसर में कई तरह के जहरीले कीट घूम रहे हैं। संभवत: हर्ष को किसी सर्प या ‘घोरे’ ने काटा है। स्कूल के अंदर बड़ी-बड़ी झाड़ियां खड़ी हुई हैं। स्कूल स्टाफ से कई बार परिसर की सफाई कराने को कहा गया था। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने भी छात्र की मौत के जिम्मेदार स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि वे अपने बच्चों को तब तक स्कूल नहीं भेजेंगे, जब तक साफ-सफाई नहीं हो जाती। सूचना पाकर रोहड़ाई थाना पुलिस भी वहां पहुंच गई और मामले को संभालने का प्रयास किया। इधर, शिक्षा अधिकारी ने कहा कि स्कूल स्टाफ बच्चे के घर गया था और इसमें किसी की कोई गलती नहीं है।
रोहड़ाई थाना प्रभारी रामानंद ने कहा कि परिजनों की ओर से शिकायत दी गई है। मामले को देख रहे हैं। फिलहाल कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है। छात्र का शव पोस्टमार्टम के बाद शनिवार की दोपहर को गांव पहुंचा और बहुत ही गमगीन माहौल में उसका अंतिम संस्कार किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।