पंचकूला, 17 मई (हप्र)
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने मंगलवार को कहा कि किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के माध्यम से कृषि में क्रांति लाई जा सकती है और किसान के जीवन में परिवर्तन हो सकता है। किसान को स्वयं अपनी फसल की मार्केटिंग इत्यादि कर अपनी यूनिट को खड़ा करना होगा और आज का किसान अपनी आय को बढ़ाने के लिए एफपीओ की ओर देख रहा है।
चौधरी केंद्र सरकार की 10 हजार एफपीओ के सृजन व प्रचार योजना के तहत कलस्टर आधारित व्यावसायिक संगठन (सीबीबीओ) और किसान उत्पादक संगठनों के लिए आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे। चौधरी ने कहा कि आज की बैठक बहुत ही महत्वपूर्ण है और हमें देश के किसानों की आय को बढ़ाना है। इसलिए आज इस बैठक में हमने सीबीबीओ व एफपीओ के प्रतिनिधियों को आपस में समस्याओं के समाधान के लिए एक मंच प्रदान किया है।
उन्होंने कहा कि आज की बैठक में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर व लद्दाख से एफपीओ प्रतिनिधि व सीबीबीओ प्रतिनिधि जुड़े हैं। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने सीबीबीओ प्रतिनिधियों से कहा कि छोटे-छोटे किसानों से अपनी फसल की ग्रेडिंग इत्यादि के कार्य करवाएं और यूनिट लगाने के लिए सीबीबीओ प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी बनाकर दें और विशेषज्ञों का उपयोग भी करें। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में कृषि का बजट मात्र 23 हजार करोड़ रुपए था जो अब बढ़कर 1.32 लाख करोड़ रुपए हो गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ई-नाम से 1000 मंडियों को जोड़ा गया है और एफपीओ को भी ई-नाम से जोड़ने की व्यवस्था की गई है।
हरियाणा में एफपीओ
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लक्ष्य रखा है कि देश के किसान के आर्थिक हालात सुधरें और किसानों को उनका अधिकार मिले तथा उनके जीवन में परिवर्तन आए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी 600 से 700 एफपीओ बनाए जा चुके हैं ।