चंडीगढ़, 14 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा लोकसेवा आयोग (एचपीएससी) ने एचसीएस यानी हरियाणा सिविल सर्विस (एग्जीक्यूटिव ब्रांच एंड अलाइड सर्विसिज) के प्री-एग्जाम (प्रारंभिक परीक्षा) का संशोधित परिणाम घोषित कर दिया है। इससे पहले भी एक बार नतीजे घोषित हो चुके हैं। संशोधित परिणाम में उन 38 सवालों को भी आयोग ने शामिल कर लिया है, जिनको लेकर विवाद था। दरअसल, इस परीक्षा में 38 सवाल ऐसे थे, जो इससे पहले हुई भर्ती के दौरान भी परीक्षा में आए थे।
विरोध को देखते हुए ही आयोग ने 38 सवालों को हटाते हुए भर्ती के नतीजे घोषित किए थे। यह मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में भी पहुंचा हुआ है। यहां बता दें कि एचसीएस प्री-एग्जाम में 33 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को ही मुख्य परीक्षा में बैठने का मौका मिलता है। विवाद के बाद 38 सवालों को बिना काउंट किए ही आयोग ने नतीजे घोषित किए थे। इस दौरान हाईकोर्ट में याचिका दायर हो गई। बताते हैं कि हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के बाद ही आयोग ने संशोधित परिणाम जारी किया है। संशोधित नतीजे आते ही विपक्ष ने आयोग और सरकार को घेर लिया है। विपक्ष का सीधा-सीधा आरोप है कि जब पूर्व की परीक्षा के 38 सवाल ही रिपीट कर दिए तो फिर पास होने के लिए 33 प्रतिशत अंक देने में क्या दिक्कत है। कांग्रेस व इनेलो का आरोप है कि सरकार अपने चहेतों को एडजस्ट करना चाहती है। एचसीएस के कुल 100 पदों के लिए यह परीक्षा हुई थी।