रिटायर्ड विंग कमांडर विज बोले- दोनों इंजन में एक साथ खराबी आना दुर्लभ
अम्बाला, 14 जून (हप्र)
अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर का दुर्घटनाग्रस्त होना भारत में अब तक सबसे खराब विमान हादसे में से एक है। लंदन जा रहे इस विमान में 230 यात्री, 10 क्रू मेंबर और 2 पायलट थे। इन 242 लोगों में से सिर्फ एक व्यक्ति बचा। भारतीय वायुसेना से रिटायर्ड विंग कमांडर एसडी विज बताते हैं कि विमान के दोनों इंजन में एक साथ खराबी आ गई जो बहुत दुर्लभ है। उन्होंने कहा कि जहाज के दोनों इंजन खराब होने की घटनाएं दुर्लभ हैं। प्रसिद्ध उदाहरण 'मिरेकल ऑन द हडसन', जिसमें यूएस एयरवेज 1549 के दोनों इंजन पक्षी के टकराने से बंद हो गए थे, लेकिन विमान को सफलतापूर्वक उतारा गया था। एक और घटना है एयर ट्रान्साट फ़्लाइट 236 की, जहां ईंधन लीक होने के कारण दोनों इंजन बंद हो गए थे, लेकिन विमान को सुरक्षित उतार लिया गया था।
रिटायर्ड विंग कमांडर ने कहा कि किसी ब्लॉकेज के कारण इंजन खराब हो सकता है, विशेष रूप से, कूलेंट सिस्टम में ब्लॉकेज होने से इंजन ज्यादा गरम हो सकता है और इंजन ब्लॉक में दरार आ सकती है। इसके अलावा तेल और ईंधन के रास्ते में ब्लॉकेज भी इंजन के ठीक से काम न करने का कारण हो सकता है। टेक ऑफ करने के बाद भी प्लेन बहुत अधिक ऊंचाई पर नहीं पहुंच पाया था। हो सकता है कि पायलट से कम ऊंचाई पर लिफ्ट हासिल करने में चूक हुई हो। प्लेन केवल 825 फीट ही ऊपर जा पाया था, प्लेन का लैंडिंग गियर अभी नीचे ही था और इंजन ने अपना थ्रस्ट खो दिया था जिससे प्लेन अचानक नीचे आ गया। उन्होंने बताया कि यह भी हो सकता है कि पायलट ने गलत टेक-ऑफ कॉन्फ़िगरेशन लिया हो, पायलट को इतनी चढ़ाई पर बने रहने के लिए संघर्ष करना पड़ा होगा। हादसे से पहले पायलट ने मेडे कॉल किया, लेकिन उसे संभलने का समय नहीं मिल पाया और प्लेन दुर्घटना का शिकार हो गया हो। विंग कमांडर विज ने कहा कि फिलहाल ब्लैक बॉक्स मिल गया है, इसके अध्ययन और इंक्वायरी से कई चीजें स्पष्ट हो सकती हैं।