चंडीगढ़, 30 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के एडिड कॉलेजों का रिटायर्ड स्टाफ अभी तक मेडिकल सुविधा से वंचित है। सरकार की ओर से इस बारे में कई बार उन्हें आश्वस्त तो किया गया है, लेकिन दूसरे पेंशनर की तरह उन्हें यह सुविधा नहीं मिली। रिटायर्ड कॉलेज प्रिंसिपल एंड टीचर्स फैडरेशन, हरियाणा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखकर उनके साथ हो रही अनदेखी बारे ध्यान आकर्षित किया है।
फैडरेशन के संरक्षक डॉ़ डीएस धालीवाल, अध्यक्ष प्रो़ एएस मल्होत्रा, उपाध्यक्ष प्रो़ महताब सिंह, महासचिव डॉ. बलबीर सिंह व कोषाध्यक्ष प्रो. आरके गौड़ ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि उन्हें भी मेडिकल सुविधा दी जाए। उनका कहना है कि समाज के अलग-अलग वर्गों को भी सरकार ने विशेष मेडिकल सुविधाओं में कवर किया है। पेंशनर को सरकार मेडिकल सुविधा देती है तो अन्य वर्गों को आयुष्मान भारत में कवर किया है। एडिड कॉलेज के सेवानिवृत्त टीचिंग व नॉन-टीचिंग स्टाफ की ओर सरकार का ध्यान नहीं है। इन कर्मचारियों की रिटायरमेंट के बाद पेंशन 1998 से शुरू की गई। उस समय बेसिक पेंशन की शुरुआत हुई और अगस्त-2016 से डीए (महंगाई भत्ते) का लाभ देना शुरू किया।